Sun. May 5th, 2024
पाकिस्तान फिलीस्तीन

आतंकी हाफिज सईद व पाकिस्तान में फिलीस्तीनी राजदूत वालिद अबु अली को रैली में साथ दिखने के बाद भारत ने कड़ा ऐतराज जताया था। जिस पर फिलीस्तीन को आखिरकार भारत के विरोध के बाद झुकना पड़ा है। मुंबई हमलों के मास्टर माइंड व आतंकी हाफिज सईद के साथ एक कट्टरपंथी रैली में मंच साझा करने पर फिलीस्तीन ने पाकिस्तान से अपने राजदूत को वापिस से बुला लिया है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के कड़े ऐतराज के बाद फिलीस्तीन के विदेश मंत्रालय ने भारत को संबोधित करते हुए एक बयान दिया। फिलीस्तीन ने कहा कि वो आतंकी हाफिज सईद के कार्यक्रम में अपने राजदूत की मौजूदगी पर गंभीर संज्ञान ले रहा है।

साथ ही कहा कि राजदूत की ये गैर-इरादतन गलती थी, लेकिन ये न्यायोचित भी नही है। इसलिए हम पाकिस्तान से अपने राजदूत वालिद अबु अली को वापस से बुला रहे है। फिलीस्तीन ने इस घटना पर गहरा खेद भी जताया है।

गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि हम फिलीस्तीन सरकार के समक्ष इस मामले को दृढ़ता से उठाएंगे।

हाफिज सईद की रैली को किया था संबोधित

दरअसल पाकिस्तान के रावलपिंडी के लियाकल बाग में शुक्रवार को आयोजित आतंकी हाफिज सईद की रैली में फिलीस्तीन राजदूत ने केवल वहां शामिल ही नहीं हुए बल्कि रैली को संबोधित भी किया था।

इस पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा फिलीस्तीन राजदूत का बचाव करते हुए कहा कि राजदूत ने अपने फिलीस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए आयोजित कार्यक्रम मे सक्रियता से भाग लिया था और हम इसका स्वागत करते है।

इससे पहले यरूशलम मुद्दे पर भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने दोस्त अमेरिका व इजरायल का साथ छोड़कर फिलीस्तीन का समर्थन किया था।

जिसके बाद से संभावना जताई जा रही है कि भारत व फिलीस्तीन के बीच में मजबूत रिश्ते बन सकते है। फिलीस्तीन की इस कार्रवाई के बाद निश्चित तौर पर भारत भी संतुष्ट नजर आ रहा है।