भारत ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता और पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकी संगठनों के शिविरों के बाबत डोजियर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सौंप दिया है।
यह डोजियर पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त के सुपुर्द किया गया हैं। पाकिस्तान के कार्यवाहक को भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाक वायुसेना द्वारा भारतीय सेना पर हमला करने का विरोध प्रकट करने के लिए तलब किया था।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि “पाकिस्तानी पक्ष को एक डोजियर सौंपा गया है जिसमे पुलवामा आतंकी हमले में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता और जैश के पाकिस्तनी सरजमीं पर आतंकी ठिकानों की विस्तृत जानकारी सौंप दी गयी है।”
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान को इससे अवगत करा दिया गया है , उम्मीद है पाकिस्तान अपनी सरजमीं से संचालित आतंकवाद के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई करेगा।” आतंकवाद के खिलाफ भारत की जवाबी प्रतिक्रिया पर पाकिस्तान ने बुधवार को सुबह कुछ सैन्य स्थानों को निशाना बनाने का प्रयास किया था लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसे नाकाम कर दिया था। पाकिस्तान द्वारा अपनी सरजमीं पर आतंकी ठिकानों के न होने के दावे पर विदेश मंत्रालय ने खेद व्यक्त किया है।
बाद में पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और राजौरी सेक्टर में कुछ बम गिराए, जिसके बाद उनके एक लड़ाके को गोली मार दी गई। भारत ने कहा कि बुधवार सुबह जम्मू-कश्मीर में एफ -16 लड़ाकू विमान को मार गिराया।
हाल ही में शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि “मैं भारत को यह सन्देश देना चाहता हूँ कि पाकिस्तान एक जिम्मेदार देश है, जिसकी जिम्मेदार एयरफोर्स है। हम जेनेवा संधि से वाकिफ हैं। मैं आपको भरोसा दिलाता हूँ की आपके पायलट सुरक्षित हैं। उन्हें हर किस्म की सुरक्षा प्रदान की जाएगी।”
उन्होंने कहा कि “भारत और पाकिस्तान के मध्य हालातों के सामान्य होने के बाद ही पायलट को रिहा करने पर विचार किया जा सकता है। पायलट की जो भी जरुरत होगी हम देंगे। हमारी उनके साथ कोई दुश्मनीं नहीं है। हालातों की बेहतरी के बाद ही पाकिस्तान जरुरी कदम उठाने के बाबत सोच सकता है।”