नीति आयोग के मुख्य अधिकारी अमिताभ कांत का मानना है कि भारत एक पिछड़ा देश बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे राज्यों की वजह से है।
अमिताभ कांत के मुताबिक, “भारत का पूर्वी हिस्सा, खासकर बिहार, उत्तर-प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य-प्रदेश जैसे राज्य सामाजिक स्तर पर भारत को पिछड़ा बना रहे हैं।”
कांत आज अब्दुल गफ्फार खान की याद में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविध्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये थे।
नीति आयोग चीफ नें यह भी कहा कि भारत नें पिछले कुछ समय में व्यापार करने के क्षेत्र में विकास किया है, लेकिन सामाजिक स्तर पर देश अभी भी काफी पीछे हैं।
उन्होनें कहा, “हमनें ‘ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नस’ यानी व्यापार में सरलता हासिल की है, लेकिन मानव विकास क्षेत्र में हम बहुत पीछे हैं।”
कांत नें बताया कि भारत मानव विकास क्षेत्र में विश्व के 188 देशों में 131वे स्थान पर है।
उन्होनें दक्षिण और पश्चिमी भारत की प्रशंसा करते हुए कहा कि दक्षिणी राज्य और पश्चिमी राज्य अच्छे से काम कर रहे हैं और तेजी से विकसित हो रहे हैं।
उन्होनें कहा,
“यदि हमें देश को विकसित बनाना है तो हमें मानव विकास के प्रत्येक अंग पर काम करना होगा।”
निरंतर विकास के बारे में नीति आयोग के अधिकारी नें कहा, ”
“शिक्षा और स्वास्थ्य बहुत जरूरी हैं और इन दो क्षेत्रों में भारत बहुत पीछे है। हमारी सीखने की पद्धति बहुत ख़राब है, एक पांचवी कक्षा का विद्यार्थी दूसरी कक्षा के गणित के सवाल हल नहीं कर पाता है। शिशु मृत्यु दर बहुत ज्यादा है। जब तक हम इन क्षेत्रों में विकास नहीं करते हैं, तब तक निरंतर विकास संभव नहीं होगा।”
इस दौरान अमिताभ कांत नें महिलाओं के विकास के बारे में भी बात की। उन्होनें कहा, “इस बारे में प्रयास होने चाहिए कि महिलाओं को बराबर के अधिकार मिलें।”
आपको बता दें कि पिछले महीनें नीति आयोग नें एक ऐसी प्रतियोगिता की शुरुआत की थी, जिसमें देश के 101 सबसे पिछड़े जिले एक दुसरे से विकास के क्षेत्र में प्रतिस्पर्था करेंगे।
इस आयोजन के समय अमिताभ कांत नें कहा था, “भारत जब तक आगे नहीं बढ़ सकता जब तक ये जिले रफ़्तार नहीं पकड़ते हैं। देश की बढती अर्थव्यवस्था का कोई मतलब नहीं है, यदि इन इलाकों में विकास नहीं होता है।”