जर्मनी के विदेश मंत्री हैको मॉस ने मंगलवार को भारत और पाकिस्तान सम्बन्ध के बीच जारी तनाव के प्रति चिंता व्यक्त की और दोनों मुल्कों से बातचीत की पहल कर तनाव को कम करने आग्रह किया था। प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “भारत और पाक के तनावग्रस्त हालातों से मैं चिंतित हूँ और दोनों मुल्कों को बातचीत के जरिये इसे सुलझाना चाहिए।”
जर्मनी के विदेश मंत्री दो दिवसीय यात्रा पर इस्लामाबाद पंहुचे हैं। 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान की सरजमीं पर आसरा लिए जैश ए मोहम्मद ने ली थी। यह आतंकी हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी।
काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के क्षेत्रों में 1,000 किलोग्राम बम गिराए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायुसेना ने ऑपरेशन में 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया, जिन्होंने सुबह करीब 3:30 बजे बालाकोट, मुजफ्फराबाद, चकोठी जैसे इलाकों पर बमबारी की। इस हमले ने एलओसी के पार तीन अल्फा कंट्रोल रूम और कई आतंकवादी लॉचपैड्स को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था।
पाकिस्तान सरकार के आंतरिक आंकलन के मुताबिक भारत और पाकिस्तान सम्बन्ध में तनाव बढ़ने का खतरा खत्म हो चुका है। अधिकारी के मुताबिक दोनों मुल्कों के मध्य तनाव कम होते दिख रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि “भारत की तरफ से कोई आक्रमक कार्रवाई होने के आसार अब नहीं दिखते है।”
भारत में चुनाव से पूर्व भारत द्वारा किसी अनहोनी की सम्भावना का डर पाकिस्तान को है, इस बाबत अधिकारी ने कहा कि “भारत के लिए आक्रमक कार्रवाई करने का कोई मार्ग शेष नहीं है।”