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    भारत और पाकिस्तान के ध्वज

    भारत ने हाल ही में खुफिया विभाग की आतंकी वारदात को अंजाम देने की सूचना पर समस्त एलओसी से व्यापार पर रोक लगा दी थी। पकिस्तान ने रविवार को भारत के इस निर्णय की निंदा की और कहा कि “भारत ने बेबुनियादी आरोपों के मद्देनजर एकतरफा कार्रवाई की थी।”

    मतभेदों को सुलझाए

    उन्होंने भारत सरकार से इस मतभेद को रचनात्मक बातचीत से सुलझाने का आग्रह किया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, एलओसी व्यापार को बंद करने के भारत के एकतरफा निर्णय की पाकिस्तान निंदा करता है और इससे सम्बंधित दुरूपयोग के सभी आरोपों को ख़ारिज करता है।

    उन्होंने कहा कि “भारत के आरोप बेबुनियाद तर्क पर आधारित है कि यहॉ से तस्करी, नशीले पदार्थों का व्यापार, जाली मुद्रा और आतंकवाद का कारोबार होता है। हम भारत से आग्रह करते हैं कि एकतरफा कार्रवाई करने से परहेज करे और मतभेदों को रचनात्मक बातचीत से सुलझाए।”

    जम्मू कश्मीर में तस्करी की शंका

    हाल ही में भारत के गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में एलओसी के आर-पार व्यापार पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था जो 19 अप्रैल से प्रभाव में आएगा। सरकार को रिपोर्ट्स मिली है कि पाकिस्तानी तत्व व्यापार मार्ग का इस्तेमाल अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग और जाली नोटों की हेराफेरी के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।”

    कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मैसर्स का आग्रह करते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “हमारे ख्याल से इन मसलो से निपटने के बेहतर तरीके भी शामिल है। एकतरफा पाबन्दी को महत्वपूर्व सीबीएम के जरिये सुलझाया जा सकता है।”

    गृह मंत्रालय ने बयान में कहा कि “भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव के साथ जम्मू कश्मीर के सलेमाबाद और चक्कन दा बाघ से व्यापार पर पाबन्दी लगाने का निर्णय लिया है। सख्त नियामक और प्रवर्तन युक्तियों पर कार्य किया जा रहा है और हम विभिन्न एजेंसियो से इसपर चर्चा करेंगे। एलओसी व्यापार को खोलने का मसला इसके बाद तय किया जायेगा।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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