यूरोपीय संघ ने बुधवार को भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर अपनी चिंता जाहिर किया था। ईयू के उच्च प्रतिनिधि ने बयान जारी किया कि “पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के मध्य सीमा पर सैन्य तनाव बीते कुछ दिनों में बढ़ा है। इसके दोनों देशों और अधिक क्षेत्र के लिए गंभीर और खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।”
ईयू की दरख्वास्त
उन्होंने कहा कि “ईयू को दोनों देशों से संयम बरतने की उम्मीद है और हालातों में अधिक तनाव को बढ़ने से रोकने का अनुरोध है। इसके अंत के लिए राजनितिक स्तर पर रणनीति वार्ता का बहाल होना जरुरी है और दोनों तरफ जरुरी क़दमों को अमल में लाना काफी अहम है।”
उन्होंने कहा कि “आतंकवाद का स्पष्टीकरण नहीं किया जा सकता है। मैंने कुछ दिनों पूर्व पाकिस्तान के विदेश मंत्री से आतंकवाद पर कार्रवाई जारी रखने की जरुरत पर बातचीत की थी। साथ आतंकी गतिविधियों से संबधित कार्रवाई स्पष्ट और सटीक रखने का आग्रह किया था।”
उन्होंने कहा कि “यूरोपीय संघ दोनों देशों के साथ संपर्क में हैं और हालातों पर करीबी से निगरानी बनाये हुए हैं।”
भारत की एयरस्ट्राइक
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 मिराज और 200 लड़ाकू विमानों से आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया है। भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादियों के ठिकानों पर 1000 किलोग्राम के बम गिराए और उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया था।
बुधवार को पाकिस्तान के एफ-16 विमान ने सीमा का उल्लंघन किया था। एयर स्पेस के उल्लंघन के बाद पाक की सेना ने भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को हिरासत में ले लिया था। भारत ने सैनिक को सुरक्षित और जल्द वापस लौटाने की मांग की है और पाक सेना की हिरासत में विंग कमांडर को कुछ नहीं होना चाहिए।