चीन (China) ने भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के संबंधों को सुधारने के प्रयासों का समर्थन किया है। शी जिनपिंग ने यह बात पीएम इमरान खान से एससीओ के इतर मुलाकात के दौरान कही थी। साथ ही उन्हें सुनिश्चित किया कि पाकिस्तान के आतंक रोधी प्रयासों में चीन का पूरा सहयोग है।
चीनी राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान को आतंक मुक्त माहौल का निर्माण करने की जरूरत है। शी और खान की बिश्केक में आयोजित एससीओ की बैठक के इतर मुलाकात हुई थी।
चीनी विदेश मंत्री द्वारा जारी बयान के मुताबिक “हम पाकिस्तान के आतंक रोधी योजना का समर्थन करते हैं और पाकिस्तान की आतंकवाद से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करेंगे। चीन भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में सुधार के पक्ष में है।
चीनी विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार चीनी नेता ने अपने सदाबहार दोस्त के साथ करीबी संबंधों के बाबत जोर देकर कहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने सदाबहार संबंधों और समूचे सहयोग को बरकरार, मज़बूत और विकसित करने पर कोर दिया है। दोनो पक्षों ने संयुक्त चिंतित मामलों पर चर्चा की थी और क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता की संयुक्त रक्षा के बाबत बातचीत की थी।
इसमे चीन पकक आर्थिक गलियारे के बाबत भी चर्चा की थी जो भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करती है। शी जिनपिंग ने कहा कि हम सीपीईसी के निर्माण को समृद्ध और उसका विस्तार करेंगे। इसका फोकस पार्क, कृषि और जनता के जीवन पर होगा।
चीनी नेता ने कहा कि चीन पाक मुक्त व्यापार समझौते को बढ़ावा देने के अवसर को भुनाने की जरूरत है। चीन अपनी क्षमता के मुताबिक पाकिस्तान को सहयोग मुहैया करने के इच्छुक है। इमरान खान और शी जिनपिंग की आठ महीनों में तीन बार मुलाकात हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह चीन पाकिस्तान की सदाबहार रणनीतिक साझेदारी को प्रदर्शित करता है। इमरान खान ने कहा कि चीन के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति के प्रचार में चीन की सकारात्मक अहमियत को पाकिस्तान समझता है और चीन के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।