चीन ने सोमवार को भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि क्षेत्रीय शान्ति और स्थिरता से सम्बंधित सभी अनुकूल प्रयासों का समर्थन करते हैं।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक संघाई सहयोग संघठन में भारत और पाकिस्तान के गतिरोध पर चर्चा करने के बाबत चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि “दोनों ही दक्षिण एशिया के महत्वपूर्ण देश हैं और हमें यकीन है कि चर्चा और बातचीत वे अपने विवादों का समाधान निकाल सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि “संघाई सहयोग संघठन में हम क्षेत्रीय शान्ति और स्थिरता के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं।” भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को कम करने में बीजिंग की मध्यस्थ करने बाबत उन्होंने कहा कि “चीन दोनों देशों के साथ संपर्क में हैं और इसमें रचनात्मक भूमिका निभाएगा।”
हाल ही में रूस ने कहा था कि “वह दो परमाणु संपन्न देशों के मध्य शान्ति स्थापित करने के लिए मध्यस्थता करने को तैयार है।” बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा किये हमले पर चीन ने कहा था कि “उम्मीद है दोनों मुल्क संयमता बरतेंगे और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के लिए अधिक कार्य करेंगे।”
उत्तर कोरिया, भारत और पाकिस्तान को परमाणु देश के रूप में मान्यता देने के सवाल पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि ऐसा संभव नही है। 48 सदस्यीय परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में चीन इस आधार पर भारत के प्रवेश में रोड़ा डालता रहा है। भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं।
हाल ही में पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “पाक विदेश मंत्री ने चीनी विदेश मंत्री को हालिया विकास और उदेश्य से अवगत कराया था। उन्होंने दोनों राष्ट्रों के मध्य के बढ़ते तनाव पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि “दोनों देशों को संयम बरतना चाहिए और विवाद से बचना चाहिए।”