युजवेंद्र चहल पिछले कुछ समय से भारत टीम के लिए सीमित-ओवर के प्रारूप में सबसे बेहतरीन स्पिनर गेंदबाज रहे है। उन्होने कई बार विपक्षी टीमो की बल्लेबाजी क्रम को अपने स्पिन साथी गेंदबाज कुलदीप यादव के साथ मिलकर लड़खड़ाया है और कभी-कभी वह अकेले भी ऐसा करते आए है। हालांकि, गुरूवार को, चहल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में खेले गए चौथे वनडे मैच में अपने बल्ले से सबसे अधिक रन बनाए, जहां अन्य बल्लेबाज खिलाड़ी रन बनाने में नाकाम रहे।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच चौथे एकदिवसीय मैच में स्पिनर ने 37 गेंदों में 18 रनों की पारी खेली और 10 वें या उससे कम स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए एक मैच में शीर्ष स्कोर बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। उनका नाबाद 18 रन 1996 में पाकिस्तान के खिलाफ जवागल श्रीनाथ के 43 रन के बाद दूसरा है जो 10 वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए आया था।
चहल इस मैच में नंबर-10 पर बल्लेबाज करने आए थे और कुलदीप (15) के साथ उन्होने आखिरी विकेट के लिए 35 रन की साझेदारी की और भारतीय टीम के स्कोर को थोड़ा आगे बढ़ाया। हालांकि, उनके सर्वश्रेष्ठ प्रयास के बावजूद भारतीय टीम 30.5 ओवर खेलकर केवल 92 रन ही बना पायी। न्यूजीलैंड से इस मैच में बाएं हाथ के गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने बेहतरीन गेंदबाजी की और अपने 10 ओवर के स्पेल में 21 रन देकर पांच विकेट चटकाए।
रोहित शर्मा (7), शिखर धवन (13), शुभमन गिल (9), केदार जाधव (1 ) और हार्दिक पांड्या (16) यह सारे खिलाड़ी चौथे वनडे मैच में ट्रेंट बोल्ट के शिकार बने, जिन्होने इस मैच में एक शानदार गेंदबाजी की और एक देश में सबसे कम मैचो में 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने। मिडल-ऑर्डर बल्लेबाज जिन्हे इस सीरीज में सही से बल्लेबाजी करने का मौका नही मिला यह उनके पास एक बहतरीन मौका था लेकिन मध्य-क्रम के बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और अंबाती रायडू इस मैच में शून्य पर पवैलियन लौट गए थे।
बोल्ट को चौथे वनडे मैच में ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहुम का बखूबी साथ मिला और उन्होने भी मैच में तीन विकेट लिए। जिसके बाद भारत की पूरी टीम 92 रन पर ढेर हो गई थी। न्यूजीलैंड की टीम ने इस लक्ष्य को 35.1 ओवर शेष रहते हासिल कर लिया था और टीम ने मैच मे 8 विकेट से जीत दर्ज की थी। इस सीरीज में यह न्यूजीलैंड की टीम की पहली जीत थी लेकिन न्यूजीलैंड के लिए यह जीत पर्याप्त समय पर नही आई क्योंकि भारतीय टीम ने सीरीज में पहले कब्जा कर लिया था।