भारतीय महिला क्रिकेट टीम और न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के बीच टी-20 सीरीज का आखिरी मैच रविवार को हैमिल्टन में खेला गया था। जहां भारतीय महिला टी-20 टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना एक बार फिर अपने बल्ले से अच्छे प्रदर्शन करते हुए दिखाई दी थी, लेकिन टीम के और खिलाड़ियो से उन्हे इस मैच में कोई समर्थन नही मिला।जिसकी वजह से टीम को अंतिम टी-20 मैच में भी हार का सामना करना पड़ा औऱ न्यूजीलैंड की टीम ने 3-0 से सीरीज अपने कब्जे में कर ली। उप-कप्तान, हालांकि, श्रृंखला के दौरान अपनी टीम द्वारा दिखाए गए मुकाबले से प्रसन्न थे, लेकिन वह यह भी स्वीकार करते हुए कि भारत के पास अभी भी बल्लेबाजी से संबंधित मुद्दे हैं।इस सीरीज में मंधाना ने दो अर्धशतक लगाए है और दोनो बार उन्होने टीम के लिए एक शानदार मंच तैयार किया था, लेकिन मिडल-ऑर्डर के बल्लेबाज दबाव झेलने में सक्षम नही थे। मेहमान टीम ने शुरूआती दो टी-20 मैचो में मिताली राज को टीम से बाहर रखा था, अनुभवी बल्लेबाज को अंतिम टी-20 मैच में टीम में जगह दी गई थी। जहां वह ऐसी स्थिति में पाई गई थी कि खेल के आखिरी में वह टीम को जीत दर्ज नही करवा पायी।
जब मंधाना 62 गेंदो में 86 रन बनाकर 16वें ओवर में आउट हुई थी, उस समय भारतीय टीम को केवल 27 गेंदो में 37 रन की जरूरत थी। मैच में दिप्ति शर्मा ने भी 39 रन का योगदान दिया, लेकिन वह टीम इंंडिया को 162 रनो के लक्ष्य तक नही पहुचा सकी औऱ टीम को 2 रन से हार का सामना करना पड़ा, अनुभवी खिलाड़ी मैच की आखिरी गेंद में केवल एक ही रन बना सकी जब टीम को 4 रनो की जरूरत थी।
मंधाना ने मैच के बाद कहा, ” मुझे लगता है कि हमारी लड़कियो ने सीरीज में अच्छी टक्कर दी है। अगर आप पिछे मुड़कर देखते है तो, 70 से 80 प्रतिशत हर समय हम विजेता स्तर पर रहे है। लेकिन यह एक अच्छा टेकअवे था। लेकिन बहुत से चीजे जिसमें हमे सुधार की जरूरत है। हमे इन पर जल्द से जल्द सुधार करना जितनी जल्दी यह मुमिकन हो सके। हमे एक ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है जो 20 ओवर तक बल्लेबादी कर सके और ऐसे की भी जो मिडल-ओवर में जाकर आखिरी में रन बना सके।”
अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है