भारत ने बुधवार को दार्चुला सीमा पर स्थित ब्रिज के संचालन के लिए नेपाल की सरकार को मंज़ूरी मुहैया कर दी है। नेपाल के दार्चुला जिले में लेकम रूरल म्युनिसिपेलिटी में महाकाली नदी पर इसका ब्रिज का निर्माण हुआ था। इस पुल को लाली ब्रिज के नाम से जानते हैं। यह भारतीय तरफ के पिथोरागढ़ से नेपाल को जोड़ता है।
ब्रिज के संचालन को मंज़ूरी
नेपाल में भारतीय मिशन के प्रवक्ता अभिषेक दुबे ने बताया कि “भारत की सरकार ने महाकाली नदी पर स्थित निलंबित पुल के संचालन की अनुमति नेपाल को मुहैया कर दी है। यह ब्रिज नेपाल के दौडा को भारत के पिथोरागढ़ से जोड़ता है। यह निलंबित ब्रिज सीमा के दोनों तरफ के लोगो को सदाबहार कनेक्टिविटी मुहैया करेगा।”
स्थानीय लोगो को महाकाली नदी को पार करने में काफी जोखिम था, उनकी जान भी जा सकती थी। यह पुल दार्चुला जिले के निवासियों को एक लाइफलाइन की सुविधा मुहैया करेगा। यहाँ से पिथोरागढ़ शहर में उत्पादों की सप्लाई भी की जा सकती है।
नेपाल की तरफ रहने वाले कई लोगो को यह शहर रोजगार मुहैया करने का केंद्र है। साथ ही बीमारी का इलाज कराने के लिए यह सबसे नजदीक इलाका है। दोनों तरफ को जोड़ने वाली यहाँ कोई सड़के नहीं है।
इस ब्रिज का निर्माण दिसम्बर 2008 में हुआ था। सितम्बर 2016 में पहली डेडलाइन के बाद दो वर्षों के भी अधिक समय के बाद इसका निर्माण हुआ था। इस पुल की निर्माण लागत 3.2 अरब डॉलर थी और यह पुल 200 मीटर लम्बा है।