भारत और नीदरलैंड ने गुरूवार को कई क्षेत्रों के द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा की थी इसमें राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सम्बन्ध शामिल है। साथ ही बहुपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया था, इसमें संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मंचों पर सहयोग के बाबत बातचीत की थी।
दोनो देशों ने विदेश विभाग के स्तर की चर्चा की थी। भारत के दल का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय के पश्चिमी सचिव ए गीतेश शर्मा ने की थी जबकि डच समूह का प्रतिनिधि दल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के सेक्रेटरी जनरल जोहना ब्रांड्ट ने की थी। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के आधिकारिक विभाग ने जारी है।
विदेश विभाग ने कहा कि “भारत और नीदरलैंड की बहुपक्षीय सम्बन्ध है। दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने का अवसर मिला है। इसमें आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक सहयोग, कमर्शियल और विज्ञान शामिल हैं।”
विदेश दफ्तर ने बयान में कहा कि “दोनों देशों ने क्षेत्रीय और बहुपक्षीय संबंधों पर विचारो का आदान-प्रदान किया था। इसमें यूएन और अन्य वैश्विक मंचों पर सहयोग भी शामिल था।” भारत ने इस वर्ष अक्टूबर में आयोजित सीआईआई-डीएसटी टेक सम्मेलन के 25 वें सत्र में नीदरलैंड के साझेदार देश के तौर पर शामिल होने का स्वागत किया है।”
विदेश विभाग ने कहा कि “दोनों पक्षों ने सभी स्तर की की परस्पर वार्ता के महत्व को रेखांकित किया है। इसमें उच्च स्तर की वार्ता भी शामिल है।”