प्रोटेक 2019 के उदघाटन के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मविश्वास के साथ बताया की भारत आने वाले वर्षों में भी सबसे तेज़ बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था रहेगा और वर्ष 2030 तक यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पछाड़कर विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
अनिश्चित वैश्विक आर्थिक माहौल में, भारत ने विश्व अर्थव्यवस्था में जबरदस्त लचीलापन दिखाया है और बताया है की विश्व की सभी अर्थव्यवस्थाओं का यह नेतृत्व करने में सक्षम है।
प्रधानमंत्री मोदी का पूरा बयान :
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान बताया की भारत सबसे तेज़ बढती अर्थव्यवस्था है और कुछ समय पहले 6ठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चूका है। अगर वृद्धि दर इसी स्तर से बढती है तो चंद वर्षीं में यह दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन्ने में सक्षम है। स्टैण्डर्ड चार्टर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था सयुंक्त राज्य अमेरिका को पछाड़ कर बनेगा।
कच्चे तेल की घटती बढती कीमतों पर नरेन्द्र मोदी ने बयान दिया “हमें जिम्मेदार मूल्य निर्धारण की ओर बढ़ना होगा जो उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों के हितों को संतुलित करता है। हमें तेल और गैस दोनों के लिए पारदर्शी और लचीले बाजार की ओर बढ़ने की जरूरत है, तभी हम मानवता की ऊर्जा जरूरतों को एक इष्टतम तरीके से पूरा कर सकते हैं।”
UDAY योजना का किया ज़िक्र :
प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि हमारी UDAY योजना के तहत, सरकार ऊर्जा नियोजन उद्देश्य के लिए काम कर रही है। 2014 में भारत की विश्व बैंक की बिजली रैंकिंग में 111 से सुधार हुआ और 2018 में 29 हो गया।
भारत की ऊर्जा नीति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “हमने ऊर्जा नियोजन में एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया है। 2016 में पिछले पेट्रोटेक सम्मेलन के दौरान, मैंने भारत के भविष्य के लिए चार स्तंभों का उल्लेख किया – ऊर्जा पहुंच, दक्षता, स्थिरता और सुरक्षा।” उनका विचार था कि ऊर्जा न्याय भी उनके लिए महत्वपूर्ण उद्देश्य है और भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।
“इस अंत की ओर, हमने कई नीतियों को विकसित और कार्यान्वित किया है। इन प्रयासों के परिणाम अब स्पष्ट हैं। बिजली हमारे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच गई है। इस वर्ष, हम लक्षित कार्यक्रम के माध्यम से भारत में 100 प्रतिशत घरों के विद्युतीकरण को प्राप्त करने का लक्ष्य रखते हैं। जैसा कि हम उत्पादन बढ़ाते हैं, हमारा लक्ष्य ट्रांसमिशन और वितरण में होने वाले नुकसान को कम करना है।
प्रोटेक 2019 के बारे में जानकारी :
पेट्रोटेक 2019, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा 13 वां अंतर्राष्ट्रीय तेल और गैस सम्मेलन और प्रदर्शनी का कार्यकर्म है। यह एक तीन दिवसीय कार्यकर्म है जोकि भारत के तेल और गैस क्षेत्र में हाल के बाजार और निवेशकों के अनुकूल विकास को प्रदर्शित करेगा।