भारत और जापान ने रिश्तों को मज़बूत करने के लिए द्विपक्षीय समुंद्री सैन्याभ्यास की शुरूआत की। इस सैन्याभ्यास (जीमैक्स -18) की शुरुआत रविवार को विशाखापट्टम से हो चुकी है। जापान के सुरक्षा दस्ते में शिप कागा, हेलीकाप्टर डिस्ट्रॉयर, इनज़ूमा, मिसाइल डिस्ट्रॉयर शामिल थे।
भारतीय नेवी तीन विभिन्न युद्धपोतों और एक फ्लीट टैंकर का प्रतिनिधित्व कर रही है। इस सैन्याभ्यास में भारत के आईएनएस सतपुरा, आईएनएस कदमत्त, आईएनएस शक्ति, मिसाइल कार्वेट और एक टैंकर शामिल हैं।
नेवी के मुताबिक इस सैन्याभ्यास में लम्बी रेंज वाले एयरक्राफ्ट और हवाईजहाज के बेड़े भी शामिल होंगे। नौ दिन के इस सैन्याभ्यास का मकसद इंटर-ओपरेबिलिटी, आपसी समझ को बढ़ाना और दोनों सेनाओं का बेहतरीन अभ्यास करना है। भारतीय जहाजों का नेतृत्व एडमिरल दिनेश त्रिपाठी करेंगे।
सेनाये संयुक्त रूप से समुन्द्र और बंदरगाहों पर अभ्यास करेंगी। जारी सूची के मुताबिक 7 से 10 अक्टूबर तक सेना बंदरगाह में अभ्यास करेंगी।
इससे पूर्व चेन्नई के तटीय इलाके में दिसंबर 2013 में जीमैक्स का आयोजन हुआ था। नेवी ने बायान जारी कर कहा कि जीमैक्स का आयोजन का मकसद भारत और जापान के मध्य रक्षा समबन्धों को मज़बूत करना है। दोनों राष्ट्रों की सरकार क्षेत्रीय सुरक्षा और रक्षा के लिए मिलकर प्रयास करेगी।
दोनों राष्ट्रों की नेवी ने इससे पूर्व गल्फ ऑफ़ ऐडऑन में संयुक्त अभ्यास किया था। हाल ही में जेएमएसडीएफ जहाज ने जून में इससे पूर्व मालाबार-18 (अमेरिकी और भारतीय इकाई के साथ) में हिस्सा लिया था।