भारत के नवनिर्वाचित विदेश म्नत्री एक जयशंकर ने बुधवार को कहा कि “भारत और जापान निरंतर संपर्क बनाये रखने के लिए रज़ामंद हुए हैं ताकि मोदी-आबे के नजरिये को आगे बढ़ा सके।” जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो के साथ टेलीफोन पर बातचीत के बाद जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि “जापानी विदेश मंत्री के साथ उम्दा बातचीत हुई थी। हम निरंतर संपर्क बनाये रखने पर सहमत हुए हैं और मोदी-आबे के नजरिये को हम आगे बढ़ाएंगे।”
तारो कोनो ने भारतीय समकक्षी को विदेश मंत्री बनने की बधाई देने के लिए फ़ोन किया था और वैश्विक ताकत होने के नाते मुक्त और खुले इंडो पैसिफिक में भारत की भूमिका को रेखांकित किया था। तारो कोनो ने कहा कि इस वर्ष जपनी प्रधानमंत्री शिंजो आबे भारत की यात्रा पर आएंगे।
प्रदाहांमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते वर्ष जापान की यात्रा की थी। जापानी विदेश मंत्री ने जयशंकर को जी-20 सम्मेलन के सम्मिलित होने के लिए आमंत्रण दिया था। साथ ही विस्तृत मामलो पर बातचीत के लिए जल्द जापान आने के लिए उनका स्वागत किया है।
कोनो ने जल्द से जल्द 2+2 मंत्रीय स्तरीय वार्ता का आयोजन करने की इच्छा व्यक्त की है। जयशंकर ने जापानी समकक्षी की बधाई का आभार व्यक्त किया और कहा कि वह कई मौको पर जापानी विदेश मंत्री से मुलाकात की इच्छा रखते हैं
जयशंकर इससे पूर्व अमेरिका में भारत के राजदूत के तौर पर नियुक्त थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में जयशंकर का ओहदा हैरतअंगेज़ है। एनडीए सरकार के अगले पांच वर्ष के कार्यकाल में वह विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारियों को संभालेंगे।