भारतीय क्रिकेट टीम अपने एक मजबूत पेस अटैक के साथ दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ अपने विश्व कप अभियान की शुरुआत करेगी। भारत 10 टीम मे सबसे आखिरी टीम को होगी जो 5 जून को अपने अभियान की शुरुआत करेगी। वही प्रतिद्वंद्वी अपने शुरुआती दो माच में इंग्लैंड और बांग्लादेश से मात खा चुके है।
भारत अब जसप्रीत बुमराहस जो विश्व में टॉप रैंक वाले गेंदबाज है के नेतृत्व वाली तेज गेंदबाजी अतिक्रमण के साथ दक्षिण-अफ्रीका को टूर्नामेंट के से बाहर करने की और धकेलने के बारे में सोचेंगे।
बुमराह का समर्थन करने के लिए मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या टीम में होंगे। स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल अपनी अलग-अलग विविधताओं से इंग्लिश परिस्थितियों में प्रभाव छोड़ने में पीछे नही रहेंगे।
पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा, ” गेंदबाजी विश्वकप में भारत की ताकत होने वाली है।”
उन्होने आगे कहा, ” टूर्नामेंट के लिए भारत ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ पसंदीदा है। न्यूजीलैंड अपने खेल से अचंभित कर सकते है। बाकि सभी टीम अंडरडॉग है।”
कप्तान के रुप में यह कोहली का पहला विश्वकप होने वाला है और अभी तक खेले 227 वनडे मैचो में उनके नाम 59.57 की औसत से 10,843 रन है।
30 वर्षीय खिलाड़ी को हाल में कुछ दिनो पहले दक्षिण-अफ्रीका के तेज गेंदबाज ने कगिसो रबाडा ने अपरिपक्व बताया था और कहा था वह गेंदबाजो को उल्टा सीधा बोल सकते है लेकिन इसे वापस अपने में नही ले सकते है।
रबाडा ने क्रिकइंफो से कहा, ” मैं केवल गेम प्लान के बारे में सोच रहा था, लेकिन विराट कोहली ने मुझे बाउंड्री के लिए हिट कर दिया और उसके बाद मुझे कुछ अपशब्द कहे (इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान) और जब मैंने उसे वापस कुछ कहा था वह गुस्सा हो गया।”
रबाडा दक्षिण अफ्रीका की चोट-हिट गति के आक्रमण का नेतृत्व करेंगे, जिसमें लुंगी नगिडी बांग्लादेश के खिलाफ मैच में चोट लगने के कारण बीच मैच में बाहर हो गए थे। अनुभवी गेंदबाज डेल स्टेन का खेलना भी तय नही है क्योंकि वह अपने कंधे की इंजरी की वजह से शुरुआती दो मैच नही खेल पाए है।