भारत व चीन के डोकलाम विवाद के बाद अब नई दिल्ली में सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन प्रतिनिधियों के बीच में वार्ता होगी। डोकलाम विवाद के बाद चीन व भारत के प्रतिनिधि नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे जहां पर मुख्य मुद्दा भारत व चीन के बीच में जारी सीमा विवाद को सुलझाना होगा।
भारत इस समय दिल्ली में चीन के विशेष प्रतिनिधि की मेजबानी की तैयारी की जा रही है। चीनी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई विशेष प्रतिनिधि यांग जिची करेगी। वहीं भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल करेंगे।
सीमा विवाद मुद्दे पर चीन की विशेष प्रतिनिधि यांग जिची व भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोभाल के बीच में बात होगी। गौरतलब है कि बीजिंग में अप्रैल 2016 में सीमावर्ती वार्ता का अंतिम दौर आयोजित किया गया था जिसमें यांग जिची व अजीत डोभाल के बीच में वार्ता हुई थी।
भारत-चीन के बीच जारी है सीमा विवाद
वर्तमान में नई दिल्ली में होने वाली वार्ता से उम्मीद है कि भारत व चीन के बीच में सीमा विवाद को लेकर कोई सकारात्मक परिणाम निकले। दोनों देशों के बीच होने वाली वार्ता का मुख्य मकसद सीमा विवाद को हल करना रहेगा। डोकलाम विवाद के बाद होने वाली इस वार्ता से भविष्य के संकट पर भी नियंत्रण लगाया जा सकता है।
हाल ही में भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अरूणाचल प्रदेश का दौरा किया था। जिस पर चीन ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा था कि सीमा विवाद वाली जगह पर दौरा करना गलत है।
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इस जगह पर भारत व चीन के बीच विवाद बना हुआ है क्योंकि चीन अरूणाचल प्रदेश को खुद का हिस्सा बताता है जबकि वो भारत का हिस्सा है। इसके पहले भारत व चीन के बीच में डोकलाम विवाद काफी गंभीर स्थिति ले चुका था। हालात यहां तक आ गए थे कि दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हो गई थी।
वर्तमान हालातों के मद्देनजर नई दिल्ली में होने वाली भारत व चीन की बैठक से कोई हल निकालने की उम्मीद की जा रही है। चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर कई बार वार्ता की जा चुकी है लेकिन वो असफल ही रही है। अब देखना है कि नई दिल्ली में होने वाली वार्ता में क्या हल निकलता है।