चीन ने संयुक्त राष्ट्र में आज फिर पाकिस्तानी आतंकवादी अजहर का बचाव किया है। भारत-अमेरिका समेत 14 देश अजहर को अंतराष्ट्रीय आतंकवादी करार देने के पक्ष में थे। लेकिन चीन ने इसमें सहमति नहीं दी।
चीन के इस फैसले के बाद भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि चीन के इस दोहरे रवैये की वजह से भारत-चीन रिश्ते फिर से बिगड़ सकते हैं। हालाँकि चीन ने जल्द ही इस सन्दर्भ में कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच रिश्तों को सुधारने पर काम करना चाहता है।
चीनी विदेश मंत्री के सहयोगी चेन शिओडोंग ने कहा, ‘भारत चीन का महत्वपूर्ण पड़ोसी है। आने वाले समय में चीन कूटनीतिक तरीकों से भारत से नजदीकियां बढ़ाना चाहता है।’
चेन ने आगे कहा, ‘हम भारत के साथ मिलकर दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने के लिए काम करना चाहते हैं।’
उन्होंने कहा कि चीन की यह पुरानी नीति रही है कि वह अपने पड़ोसी देशों से मजबूत और सुखद सम्बन्ध रखता है।
पिछले कुछ समय में चीन का दोहरा रवैया अक्सर सामने आया है। एक तरफ चीन भारत के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाता हैं, वहीँ दूसरी ओर वह पाकिस्तानी आतंकवादियों को बचाता है।
जैश आतंकवादी अजहर को ही चीन दो बार अंतराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने से मना कर चुका है। आपको बता दें कि पठानकोट में सेना पर हुए हमलों का जिम्मेदार अजहर को ही बताया जाता है।