उत्तर कोरिया के खिलाफ चल रही जुबानी जंग में अमेरिका ने अब भारत की मदद मांगी है। अमेरिका के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के मुताबिक भारत की आवाज तेज है और पूरी दुनिया इसे सुनती है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के खिलाफ भारत अमेरिका की मदद कर सकता है। अमेरिका के अनुसार उत्तरी कोरिया के द्वारा परमाणु कार्यकर्मों द्वारा पैदा किये खतरे की गंभीरता को समझने में भारत उनकी मदद कर सकता है।
अमेरिकी सेना के एडमिरल हैरी हरिस का कहना है कि भारत को इसका फैसला करना है कि वो इस मुद्दे पर उनकी किस तरह मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि, ‘मेरा मानना है कि भारत की आवाज तेज है जिससे लोग इस पर ध्यान देंगे। इसलिए मुझे लगता है कि भारत शायद उस बात की गंभीरता को समझाने में उत्तर कोरिया की मदद कर सकता है, जिसे अमेरिका खतरा मानता है।’
जाहिर है उत्तरी कोरिया समय समय पर परमाणु हथियारों का जोर दिखाकर अमेरिका और बाकी के देशों को धमकाता आ रहा है। इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग के बीच कई बार जुबानी जंग भी छिड़ी है। उत्तरी कोरिया के इस रवैये पर अमेरिका के साथ बाकी देशों ने भी उसकी निंदा की है। इसके साथ ही उत्तरी कोरिया के साथ कई देशों ने व्यापारिक सम्बन्ध भी ख़तम कर दिए हैं। भारत ने उत्तरी कोरिया से इस वर्ष अपने सभी सम्बन्ध खत्म कर दिए हैं जिसके बाद ट्रम्प सरकार ने भारत की प्रशंशा की थी।