भारत 21वी सदी का सबसे तेजी से विकास करने वाला देश बन गया है। ऐसे में विभिन्न बाजारों में तेजी से विकास देखा गया है। पिछले दो दशकों के दौरान देश में सैकड़ों कंपनियों ने बड़ी तेजी से विकास करते हुए पुरे विश्व में अपनी पहचान बनायीं। इसी के साथ अनेक व्यापारियों ने इसका फायदा उठाते हुए भारी मात्रा में संपत्ति कमाई।
इस लेख में हम भारत के 10 सबसे अमीर व्यक्तियों के बारे में चर्चा करेंगे। नीचे दिए गए आंकड़े हाल ही में फोर्ब्स पत्रिका द्वारा जारी की गयी जानकारी से लिए गए हैं।
मुकेश अम्बानी
संपत्ति – 2.66 लाख करोड़ रूपए (41.3 बिलियन डॉलर)
मुकेश अम्बानी पिछले दस सालों से लगातार भारत के सबसे अमीर आदमी चुने गए हैं। मुकेश मुख्य रूप से रिलायंस इंडस्ट्री नामक कंपनी का संचालन करते हैं। यह कंपनी मुख्य रूप से तेल और गैस का व्यापार करती है। इसके अलावा रिलायंस का नाम दूरसंचार, मीडिया, घरेलु उत्पाद समेत कई छेत्रों से जुड़ा हुआ है।
कंपनी की स्थापना मुकेश अम्बानी के पिता धीरूभाई अम्बानी ने 1966 में की थी। 2002 में पिता की मौत के बाद मुकेश अम्बानी और उनके भाई अनिल अम्बानी ने अलग-अलग छेत्रों में रिलायंस कंपनी की कमान संभाली। हाल ही में रिलायंस जिओ सेवा को बाजार में लाने के बाद मुकेश अम्बानी ने दूरसंचार के छेत्र में भी अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
मुकेश अम्बानी अब सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पुरे एशिया के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं। इसके साथ ही अंबानी परिवार एशिया का सबसे अमीर परिवार बन गया है।
हिंदुजा परिवार
संपत्ति – 1.22 लाख करोड़ रूपए (18.9 बिलियन डॉलर)
भारत के सबसे प्रभावशाली परिवारों में से एक माने जाने वाले हिंदुजा परिवार इस सूचि में तीसरे नंबर पर हैं। परिवार के चार भाई श्रीचंद, गोपीचंद, अशोक और प्रकाश ‘हिंदुजा ग्रुप’ नामक विशाल कंपनी को संभल रहे हैं।
कंपनी कई छेत्र जैसे बैंक, परिवहन, तेल आदि में व्यापार करती है और वर्तमान में बहुत सफल है। हिंदुजा परिवार का व्यपार सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि लंदन जैसे अनेक शहरों में फैसला हुआ है। भारत में इस कंपनी की देख-रेख अशोक हिंदुजा के हाथ में है।
अजीम प्रेमजी
संपत्ति – 1.20 लाख करोड़ रूपए (18.7 बिलियन डॉलर)
भारत के महान तकनीकी जानकर माने जाने वाले अजीम प्रेमजी इस सूचि में दूसरे नंबर पर हैं। प्रेमजी महान सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो के संस्थापक और चेयरमैन हैं। प्रेमजी की कंपनी विप्रो सॉफ्टवेयर बनाने और बेचने के छेत्र में भारत की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है।
प्रेमजी ने 1966 में व्यापार की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद जब विश्व में सॉफ्टवेयर का युग शुरू हुआ, तो वे भारत में इसकी शुरआत करने वाले पहले व्यक्तियों में से एक थे। आज विप्रो कंपनी का सालाना व्यापार 60 हजार करोड़ रूपए से भी ज्यादा का है।
लक्ष्मी मित्तल
संपत्ति – 1.15 लाख करोड़ रूपए (17.9 बिलियन डॉलर)
विश्व की सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलरमित्तल के चेयरमैन लक्ष्मी मित्तल भारत के सबसे अमीर आदमियों की सूचि में चौथे नंबर पर हैं। लक्ष्मी मित्तल का नाम स्टील जगत में सबसे ऊपर लिया जाता है। लक्ष्मी ने भारत में अपने व्यापार की शुरुआत करते हुए इसे यूरोप और अन्य देशों तक फैला दिया है। इनके पुत्र आदित्य मित्तल कंपनी के यूरोप में फैले व्यापार को संभाल रहे हैं।
पलोनजी मिस्त्री
संपत्ति – 98 हजार करोड़ रूपए (15.3 बिलियन डॉलर)
पलोनजी मिस्त्री भारत के पांचवे सबसे अमीर आदमी हैं। इनकी कंपनी ‘शपूरजी पलोनजी ग्रुप’ 152 साल पुरानी है जो इमारतें बनाने में भारत की सबसे बड़ी कंपनी है। इसके अलावा मिस्त्री ‘टाटा संस’ से भी जुड़े हुए हैं और कंपनी का एक विशाल हिस्सा इनके पास है। पलोनजी के छोटे बेटे सायरस मिस्त्री हाल ही में टाटा संस के चेयरमैन के पद से हटाए जाने के बाद चर्चा में थे।
गोदरेज परिवार
संपत्ति – 92 हजार करोड़ रूपए (14.4 बिलियन डॉलर)
भारत में घरेलु उत्पादों छेत्र में नाम कमाने वाली कंपनी गोदरेज 30 हजार करोड़ से ज्यादा का वार्षिक व्यापार करने वाली कंपनी है। वर्तमान में कंपनी की कमान आदि गोदरेज संभाल रहे हैं, जिन्होंने साल 2000 में यह पद स्वीकार किया था। आदि गोदरेज के बेटे पिरोजसा गोदरेज और बेटी निसाबा गोदरेज भी इस व्यापार में पिता का साथ दे रहे हैं।
शिव नादर
संपत्ति – 85 हजार करोड़ रूपए (13.2 बिलियन डॉलर)
सुचना और तकनीक के छेत्र में नाम कमाने वाली कंपनी एचसीएल की स्थापना करने वाले शिव नादर भारत में सातवे सबसे अमीर आदमी हैं। नादर ने 1976 में छोटे सिरे से कंपनी की शुरुआत की थी। आज एचसीएल तकनीक, सॉफ्टवेयर, मोबाइल-लैपटॉप और अनेक छेत्रों में अपनी पहचान बना चुकी है। विश्व भर में कंपनी के 1 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं।
व्यापार के अलावा शिव नादर समाज सेवा में भी लगातार अपना योगदान देते आये हैं। शिव नादर संस्था के जरिये नादर ने अब तक शिक्षा सम्बंधित कार्यों में 4 हजार करोड़ से ज्यादा रुपयों का योगदान किया है।
कुमार बिरला
संपत्ति – 78 हजार करोड़ रूपए (12.1 बिलियन डॉलर)
आदित्य बिरला ग्रुप की चौथी पीढ़ी के कुमार बिरला भारत के आठवे सबसे अमीर आदमी हैं। बिरला ग्रुप अनेक छेत्रों में अपनी पकड़ जमाये हुए हैं। इनमे कपड़ा व्यापार, सीमेंट, वित्तीय सेवाएं, दूरसंचार आदि शामिल हैं। दूरसंचार कंपनी ‘आईडिया’ भी इसी का हिस्सा है। इसी साल बिरला ने आईडिया और वोडाफोन को एक साथ मिलाने की घोषणा की थी।
दिलीप शांघवी
संपत्ति – 73 हजार करोड़ रूपए (11.3 बिलियन डॉलर)
दिलीप शांघवी स्वास्थ्य और दवाईओं के छेत्र में बहुत बड़ा नाम है। शांघवी ने 1983 में मात्र 10000 रूपए से अपनी कंपनी सन फार्मा की शुरुआत की थी। कम्पनु वर्त्तमान में दवाइयों के छेत्र में भारत की सबसे बड़ी कंपनी है। हाल ही में कंपनी को बड़े स्तर पर घाटा होने की वजह से दिलीप संघवी की कुल संपत्ति में भारी गिरावट देखने को मिली है।
गौतम अडानी
संपत्ति – 55 हजार करोड़ रूपए (8.6 बिलियन डॉलर)
गौतम अडानी गुजरात में स्थित मुंद्रा बंदरगाह के संचालक हैं। इसके अलावा उनकी कंपनी बिजली, इमारतें बनाने और अन्य कई छेत्रों में शामिल है। अडानी का व्यापार भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया एवं अन्य कई देशों तक फैला हुआ है। हाल ही में भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी मेक इन इंडिया योजना के अंतर्गत अडानी ने भारत में लड़ाकू हथियार बनाने की शुरुआत की है।
नोट – ऊपर दिए गए आंकड़े जनवरी 2018 तक जारी की गयी सुचना पर आधारित है। भविष्य में किसी प्रकार के बदलाव होने पर इनमे भी बदलाव किये जाएंगे।