भारत (India) और किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) ने शुक्रवार को महत्वपूर्ण क्षेत्रो में 15 समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इसका मकसद द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना था। इसमे रक्षा, व्यापार, निवेश और स्वास्थ्य शामिल है। समझौते पर हस्ताक्षर और दस्तावेजो का आदान प्रदान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोंबय जीनबेकोव के सामने हुआ था।
समझौते इस प्रकार है:
- भारत और किर्गिस्तान गणराज्य की रणनीतिक साझेदारी की संयुक्त घोषणा।
- साल 2019 से 2024 तक दोनो मुल्कों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग का रोडमैप।
- भारत और किर्गिस्तान के बीच द्विपक्षीय निवेश संधि।
- भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और किर्गिस्तान के सुरक्षा परिषद के दफ्तर के बीच सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर।
- भारत-किर्गिस्तान डबल टैक्स अवॉयड एग्रीमेंट के तहत आर्टिकल 26 को अमल में लाने का प्रोटोकॉल।
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग पर एमओयू।
- डीआरडीओ और किर्गिस्तान-भारत माउंटेन बायोमेडिक्ल रिसर्च सेंटर के बीच एमओयू।
- भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सैनिको और किर्ग़िज़स्तान के सैन्य बल के सैनिको के बीच सहयोग के लिए समझौता।
- नेशनल डिफेंस एकेडमी ऑफ़ इंडिया और किर्गिस्तान सैन्य इंस्टिट्यूट के बीच एमओयू।
- हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल भारतीय सैन्य बल और किर्गिस्तान की सेना के जॉइंट माउंटेन प्रशिक्षण केंद्र के बीच सहयोग एमओयू पर हस्ताक्षर।
- भारत के आयात-निर्यात बैंक और निवेश प्रचार एवं किर्गिज गणराज्य संरक्षण विभाग के बीच सहयोग।
- भारत और किर्गिस्तान के बीच सूचना और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी पर सहयोग।
- भारत के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय और किर्गिस्तान के आर्थिक मंत्रालय के बीच सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर।
- रीसर्च एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम फ़ॉर डेवलपिंग कन्ट्रीज ऑफ इंडिया और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटेजिक स्टडीज ऑफ़ किर्गिज गणराज्य के बीच सहयोग के लिए समझौता।
- वाईएस परमार यूनिवर्सिटी ऑफ होटरी कल्चर एंड फोर्सटी और किर्गिज नेशनल अग्ररिण यूनिवर्सिटी के बीच समझौता।
नरेंद्र मोदी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे। विश्व को यह संदेश देना अनिवार्य है कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने किर्गिस्तान में विकास के लिए 20 करोड़ डॉलर की मदद राशि का ऐलान किया था। उन्होंने कहा की मैं यह घोषणा करते वक्त बेहद खुश हूं कि साल 2021 को हम भारत और किर्गिस्तान के बीच दोस्ती और सांस्कृतिक साल के तौर पर मनाने के लिए राज़ी हुए हैं।