भारत ने रविवार को काबुल के शादी समारोह में आतंकवादी हमले की आलोचना की थी इस हमले में 63 लोगो की मृत्यु हुई थी और 180 से अधिक नागरिक बुरी तरह घायल हुए थे। भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि भारत कल काबुल शादी हॉल में आत्मघाती हमले की सख्ती से आलोचना करता है जिसमे निर्दोश नागरिकों ने अपनी जान गँवा दी है।”
उन्होंने कहा कि “हम इस बर्बर हमले के पीडितो के परिवारों को प्रति संवेदना व्यक्त की थी और घायलों के जल्द ही स्वस्थ होने की कामना करते हैं। इस हमले के साजिशकर्ता और इन्हें पनाह देने वाले देशों को न्याय के कठघरे में खड़ा करना चाहिए।”
इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी और यह इस साल का सबसे घातक आतंकवादी हमला था। एक सप्ताह पूर्व ही काबुल और अमेरिका ने दोहा में शान्ति चरण के आठवें दौर को समाप्त हुआ था। इस समूह में हमले में शामिल होने के दावे को ख़ारिज किया है और आइएस द्वारा जिम्मेदारी लेने से पूर्व इस हमले की आलोचना की थी।
हमले पर ट्वीट में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि काबुल में बीती रात निकाह हॉल में हमले की मैं सख्ती से आलोचना करता हूँ। मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता इस बर्बर हमले में पीड़ित परिवारों तक पंहुचना है। राष्ट्र की तरफ से मैं मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।”
अफगान आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता नुसरत रहीमी ने कहा कि इस हमले में जख्मी और मृतकों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल है। सूत्रों और चश्मदीदो के मुताबिक निकाह हॉल मेहमानों से पटा पड़ा था। जख्मियों को नजदीक के अस्पतालों में ले जाया गया था।