पाकिस्तान के कराची शहर में स्थित चीनी दूतावास पर नवम्बर में आतंकी हमला हुआ था, पाकिस्तान की पुलिस ने शुक्रवार को इस हमले में भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ के शामिल होने के आरोप लगाये थे। भारत ने इन आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताकर खारिज कर दिया है।
कराची पुलिस ने बताया कि चीनी दूतावास पर हमला करने वाले विद्रोही बलोच समूह के पांच संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है। आरोपियों ने बताया कि यह हमला चीन-पाक आर्थिक गलियारे को नुकसान पंहुचाने के लिए किया गया था। इस हमले के दौरान चार लोगों की मौत हो गयी थी।
प्रेस वार्ता के दौरान कराची पुलिस के प्रमुख आमिर शेख ने कहा कि गिरतार किये गए सभी लोगों ने तीन हमलावरों की मदद करने की बात को कबूल किया है। तीनो ही हमलावर वारदात के दौरान मारे गए थे। पुलिस प्रमुख ने दावा किया कि इस हमले की योजना अफगानिस्तान में बनायीं गयी थी और इस भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ की मदद से अंजाम दिया गया था।
पाकिस्तान के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “हमने पाकिस्तानी मीडिया में कराची पुलिस प्रमुख द्वारा भारत पर लगाये झूठे आरोपों को देखा है। हम इन आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताते हुए खारिज करते हैं। इस तरह की आतंकी घटनाओं के लिए दुसरे देशों पर आरोप लगाने की बजाये पाकिस्तान को अपनी सरजमीं से आतंकवाद का खात्मा और आतंकवाद के बुनियादी ढाँचे के खिलाफ भरोसेमंद कार्रवाई करनी चाहिए।