भारत में लोकसभा चुनावो का दौर जारी है और पाकिस्तान को उम्मीद है कि चुनावो के समापन के बाद करतारपुर गलियारे पर अंतिम समझौते के लिए भारत के साथ वार्ता बहाल होगी। करतारपुर गलियारा पाकिस्तान के नरोवाल में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा गुरूद्वारे से जोड़ेगी। इसमें भारतीय सिखों को पाकिस्तान में स्थित पवित्र गुरद्वारे के दर्शन के लिए वीजा मुक्त यात्रा मुहैया की जाएगी।
नयी सरकार के गठन के बाद ही वार्ता संभव
आधिकारिक सूत्रों ने एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि “भारत में नयी सरकार के सत्ता पर काबिज होने के बाद ही पाकिस्तान को करतारपुर वार्ता के बहाल होने की उम्मीद है।” भारत में आम चुनावो के छह चरण संपन्न हो चुके हैं और अंतिम चरम के चुनाव 19 मई को आयोजित होंगे। चुनावो एक परिणाम का ऐलान 23 मई को होगा।
पाकिस्तान के आला अधिकारी ने कहा कि “पाकिस्तान की तरफ से कोई देरी नहीं की जा रही है। यह भारत है जो इस समय पर वार्ता करने के इच्छुक नहीं है। पाकिस्तान को भरोसा है कि चुनावो के समापन के बाद भारत के साथ वार्ता बहाल होगी।”
खालिस्तानी समर्थकों की मौजूदगी
दोनों देशों के बीच 16 अप्रैल को तकनीकी स्तर की वार्ता हुई थी। भारत की टीम को अप्रैल में पाकिस्तान की यात्रा करनी थी लेकिन भारत ने विवादित मामले पर आखिरी क्षणों में बैठक को रद्द कर दिया था। सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान द्वारा गठित समिति में खालिस्तानी समर्थक भी मौजूद था।
पाकिस्तानी सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के 10 खालिस्तानी समर्थक सदस्यों में की मौजूदगी के प्रति भारत ने चिंता जाहिर की थी। गत वर्ष नवंबर में दोनों मुल्कों ने करतारपुर गलियारे के निर्माण के लिए रज़ामंदी जाहिर की थी। करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नरोवाल जिले में रावी नदी के किनारे स्थित हुआ है। यह डेरा नानक गुरूद्वारे से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दोनों पक्षों ने सैन्य विवादों के बावजूद करतारपुर गलियारे पर बातचीत को जारी रखा था। पाकिस्तान के मुताबिक, इस वर्ष नवंबर में गुरुनानक देव की 550 वीं सालगिराह के दौरान गलियारा किर्याशील हो जायेगा।