भारत को हाल ही में आर्गेनाइजेशन ऑफ़ इस्लामिक संगठन की तरफ से सुषमा स्वराज को मुख्य अथिति बनने के लिए आमंत्रण आया था। ओआईसी ने भारत के इस कदम की निंदा की है और पाकिस्तान ने भी भारत को आमंत्रण दिए जाने पर आप्पति जताई है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि “यदि सुषमा स्वराज इस बैठक में हिस्सा लेंगी तो पाकिस्तान इसका हिस्सा नहीं बनेगा। ओआईसी ने कहा कि “भारत और पाक को ऐसे कदम उठाने से बचना चाहिए, जिससे शान्ति को खतरा हो। संगठन ने दोनों पक्षों से जिम्मेदारी से कार्य करने को कहा है। साथ ही दोनों देशों के बातचीत कर शान्ति कायम करने की अपील की है।”
पाक की आपत्ति
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने मंगलवार को कहा था कि “मैंने संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्षी से बातचीत की है और इस सप्ताह के अंत में आयोजित सम्मेलन में सुषमा स्वराज के शरीक होने पर अपनी आपत्ति जताई है।”ऑर्गनइजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन का गठन साल 1969 में हुआ था, जिसमे 57 राष्ट्र शामिल है और 40 मुस्लिम प्रमुख राष्ट्र हैं।
भारत को एक और दो मार्च को अबू धाबी में होने जा रहे ओआईसी के विदेश मंत्री स्तरीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में शामिल होने का न्योता दिया गया है। सुषमा इस सम्मेलन में ‘विशिष्ट अतिथि’ के तौर पर शामिल होंगी।
प्रमुख अथिति
यह पाकिस्तान के लिए भी झटका है कि आईओसी भारत को एक महत्वपूर्ण सहयोगी के तौर पर देखता है। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि “यह आमंत्रण यूएई के साथ भारत के मज़बूत संबंधों का नतीजा है। इसमें भारत 18.50 करोड़ मुस्लिमों की उपस्थिति, अहम योगदान और इस्लामिक दुनिया में भारत के इस्तेकबाल के तौर पर देखता है।”
भारतीय वायु सेना (IAF) ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के क्षेत्रों में 1,000 किलोग्राम बम गिराए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, IAF ने ऑपरेशन में 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया, जिन्होंने सुबह करीब 3:30 बजे बालाकोट, मुजफ्फराबाद, चकोठी जैसे इलाकों पर बमबारी की। इस हमले ने LOC के पार तीन अल्फा कंट्रोल रूम और कई आतंकवादी लॉचपैड्स को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था।