भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में 34 रनो से हार का सामना करना पड़ा था। 289 रनो के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 50 ओवर में 254/9 रन ही बना सकी। जिसमें सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की 133 रन की पारी भी शामिल थी लेकिन वह टीम को जीत नही दिला पाए।
जब इस एकदिवसीय सीरीज के लिए टीम की घोषण हुई थी, तो इस टीम में एक अहम नाम शामिल नही था जो की जसप्रीत बुमराह था। जसप्रीत बुमराह ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचो की सीरीज में 21 विकेट लिए थे। और दोनो टीमो में से वह सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे थे।
भारतीय टीम ने पहला एकदिवसीय मैच जिन तेज गेंदबाजो के साथ खेला था। उसमे, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार और खलील अहमद का नाम शामिल है। इन तीन गेंदबाजो में सो दो गेंदबाज पहले एकदिवसीय मैच में बहुत महंगे साबित हुए थे। और पिछले मैच में भारतीय टीम को गेंदबाजी में बुमराह की कमी खली थी। टीम के पास मोहम्मद सिराज के रूप में एक और गेंदबाज है जो इस वक्त बेंच पर है। लेकिन भारतीय टीम के गेंदबाजो के लिए जसप्रीत बुमराह की तरह मैच में प्रभाव छोड़ना मुश्किल होगा।
भारतीय पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भी ऐसा ही महसूस किया, क्योंकि उन्होंने उसी पर अपना विचार व्यक्त किया और कहा कि बुमराह की भारतीय टीम से चूक के कारण यह एक कमजोर गेंदबाजी इकाई बन गया है क्योंकि इसमें उनके साथ क्या है, और उन्हें लगता है कि यह अपेक्षाकृत कम नए गेंदबाजी सेटअप और अनुभव की कमी है।
इंडिया टीवी से बात करते हुए गांगुली ने कहा, ” बिना बुमराह के गेंदबाजी अतिक्रमण कमजोर लगता है। बुमराह ने टेस्ट सीरीज में एक अलग प्रभाव डाला था जिसे यहा आसानी से कमी के रूप में देखा जा सकता है। शमी यहा है, जो मुझे लगता है कि वह एक अच्छे गेंदबाज है। यह खेल के इस प्रारूप में एक नया गेंदबाजी अतिक्रमण है। खलील अहमद ज्यादा अनुभवी गेंदबाज नही है और हैदराबाद के गेंदबाज को अभी मौका देना बाकि है। भुवनेश्वर के होते हुए भी यह गेंदबाजी अतिक्रमण कमजोर है।”