भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे मैच मंगलवार 15 जनवरी को एडिलेड में खेला जाएगा। जहा भारतीय टीम को मैच जीतना जरूरी होगी अगर टीम ऐसा नही कर पाती है तो टीम के हाथ से यह सीरीज खिसक जाएगी। और इस मैच में भारतीय टीम के लिए महेंद्र सिंह धोनी भी चिंता का विषय बने हुए है क्योकि वह मैच के मिडल ओवरो में रन नही बना पाते है। अगर अगले मैच में भारतीय टीम के लिए धोनी का स्ट्राइक रेट बीच के ओवरो में सही नही रहा तो टीम परेशानी में आ सकती है।
हार्दिक पांड्या के प्रतिबंध से मैदान में भारतीय टीम का बल्लेबाजी संतुलन सही से बिगड़ चुका है। जिसके कारण भारतीय टीम को पहले मैच में 34 रन से हार का सामना करना पड़ा था। जबकि इस मैच में रोहित शर्मा ने अपने करियर का 22वां शतक जड़ा था।
धोनी के 96 गेंदो में 51 रन की पारी और स्ट्राइक बदलने की असफलता से भारतीय टीम को पहले एकदिवसीय मैच में हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद अब भारतीय कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री दूसरे मैच को लेकर चिंतित दिख रहे है।
धोनी इस समय नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने आते है लेकिन भारतीय टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि उन्हे नंबर चार पर बल्लेबाजी करनी चाहिए क्योंकि वह उनकी आदर्श स्थिति है। लेकिन भारतीय अभ्यास सत्र के दौरान यह पता लगा है कि निचले स्तर पर भारतीय टीम से बल्लेबाजी करने के लिए कोई भी खिलाड़ी तैयार नही है।
भारतीय बैंटिंग ऑर्डर तब सुर्खियों में आया जब सुर्खियो में आय़ा जब सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में भारतीय टॉप ऑर्डर पूरी तरह से नाकाम रहा। और यह बहुत कम मौको पर होता है जब धोनी चौथे ओवर के बाद बल्लेबाजी करने आए।
धोनी की नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए 52.95 की औसत है। जो उनकी अभी 50.11 की औसत से अधिक है।
जब धोनी नंबर चार पर बल्लेबाजी करने आते है तो उनकी स्ट्राइक रेट 94.21 का रहता है जो कि उनका ओवरऑल करियर स्ट्राइक रेट 87.60 का है।
अगर धोनी को अगले मैच में नंबर चार पर उतारा जाता है तो वह टीम के लिए अच्छे साबित हो सकते है। क्योंकि नंबर चार पर बल्लेबाजी करते वक्त उनका स्ट्राइक रेट 94.21 का है।