युजवेंद्र चहल ने शुक्रवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले जा रहे आखिरी वनडे मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के आकड़े दर्ज किए। 28 साल के इस खिलाड़ी ने अपने 10 ओवर में 42 रन देकर 6 विकेट चटकाए। दाएं हाथ के इस स्पिन गेंदबाज ने भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज अजित आगरकर के 15 साल पहले के रिकॉर्ड की बराबरी की, जिनके नाम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सामान्य आकडे थे। 28 साल का यह खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट लेने वाला दूसरा भारतीय गेंदबाज बन गया है।
42 रन देकर 6 विकेट चटकाने वाले चहल का यह भारतीय टीम से छठा सबसे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा है। उन्होंने एकदिवसीय डाउन अंडर में छह विकेट लेने वाले पहले स्पिनर बनने का गौरव भी हासिल किया।
लेग-स्पिनर जिन्हे कुलदीप यादव के प्रतिस्थापन में टीम में रखा गया था, उन्होने अपने पहले ओवर में शॉन मार्श और उस्मान ख्वाजा का विकेट चटकाया था। फिर दो ओवर बाद, चहल ने मार्कस स्टोइनिस का विकट चटकाया, जो स्लिप पर कैच थमा बैठे।
बाद में, मेजबान टीम के पीटर हैंड्सकोमब और ढाई रिचर्डसन ने उन्हे 200 के स्कोर तक पहुंचाया, चहल उसके बाद डेथ ओवर में गेंदबाजी करने आए और वहा उन्होने साझेदारी को तोड़ा और पीटर हैंडस्कोमब और एडम जैम्पा का विकेट लेकर अपना 6 विकेट हॉल पूरा किया। उनके इस प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया 230 रन ही बना पायी।
चहल श्रीलंका के अजंता मेंडिस के बाद दूसरे ऐसे गेंदबाज बन गए हैं। जिन्होने वनडे और टी-20 क्रिकेट में 6 विकेट हॉल लिया है। वह पांचवे ऐसे स्पिनर बन गए है जिन्होने ऑस्ट्रेलिया में 5 विकेट लिये है। रवि शास्त्री के बाद, चहल वनडे में पहले ऐसे स्पिनर है जिन्होने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार या उससे ज्यादा विकेट लिए है। शास्त्री ने इससे पहले 1991 में पर्थ में ऐसा किया था।
चहल को पहले दो वनडे मैचो में टीम में नही चुना गया था, और प्लेइंग-11 में उनसे आगे कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा को रखा था। लेकिन इस फाइनल वनडे मैच के लिए टीम ने कुलदीप यादव को आराम दिया है और उनकी जगह टीम में चहल को जगह दी है।