भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 6 दिसंबर को ऐडिलेड में पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन का कहना हैं कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पहले की तरह अपने अतिक्रमण के साथ ही मैदान में उतरेंगे, और उन्होनें अपने तेज गेंदबाजो को यह सलाह दी हैं कि मैदान में भावुक होने की कोई जरुरत नही हैं।
ऑस्ट्रेलिया और भारतीय टीम चार टेस्ट मैचो का पहला मैच इस गुरुवार 6 दिसंबर को खेलेगी, और दक्षिण- अफ्रीका मे हुए बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद ऐसा लगता हैं कि आस्ट्रेलियाई टीम अपनी विपक्षी टीम के साथ “मंगल खेल खेलेगी”।
ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने क्रिकेट.कोम.एयू से बात करते हुए कहा कि ” हम हर मैच से पहले अपनी विपक्षी टीम से हाथ मिलाएंगे और खेल की संस्कृति को बदलने की कोशिश करेंगे, और खेल भावना को बनाए रखेंगे”। हम मैच के दौरान मैदान में प्रतिस्पर्धात्मक होंगे, लेकिन हमे लगता है कि दोनो टीमों को एक दूसरे को इज्जत भी देनी पड़ेगी।
पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा था कि “टीम को मैदान पर अपना आक्रमक क्रिकेट खेलना होगा क्योंकि अच्छे बनने से कुछ हासिल नही होने वाला हैं”, लेकिन इसके बाद टेस्ट टीम के कप्तान ने रविवार सुबह कहा कि मैच में अभी भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से आक्रमकता दिखेगी।
पेन ने अपनी टीम की तेज गेंदबाजी मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड औऱ पेट कमिंस को मद्देनजर रखते हुए कहा कि यह तीनों गेंदवाज भारतीय बल्लेबाजो को ज्यादा देर क्रीज पर टिकने नही देंगे।
“पेन ने कहा कि हमारे तेज गेंदबाज, अगर खेल में अपना संपूर्ण योगदान देंगे तो यह भारतीय टीम के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता हैं, पेन ने कहा कि विराट कोहली जिन्होने 2014-15 टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया में 5 शतक लगाए थे, उनको इस सीरीज में रोकना बहुत जरुरी हैं।