भारत के बल्लेबाजों को कदम आगे बढ़ाने चाहिए और अपने गेंदबाजों की मदद करनी चाहिए, अगर विश्व के शीर्ष क्रम की टेस्ट टीम को घर से बाहर मैच जीतने है तो। उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पहले कहा।
भारतीय टीम जो साल 2012 मे इंग्लैंड की टीम से अपने ही घरेलू मैदानो में सीरीज हारी थी। उन्होने अपनी बल्लेबाजी के कारण इस साल दक्षिण-अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ मात मिली थी।
भारतीय टीम के ओपनरो को शुरुआती दो टेस्ट मैचो में रन बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था और सालामी बल्लेबाजो की नाकामी से मध्य-क्रम के बल्लेबाजो पर काफी दबाव रहा।
बुधवार को तीसरे टेस्ट से पहले रहाणे ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा ” बल्लेबाजो को निश्चित रूप से रन बनाने की जरूरत है।” रहाणे ने अपनी पिछली चार पारियो में दो अर्धशतको की मदद से 164 रन बनाए है।
” जब हम बल्लेबाजी ईकाइ की बात करते है तो, यह बहुत महत्वपूर्ण, खासकर की जब हम विदेशी दौरो पर होते है। गेंदबाज अपना काम सही तरीके से कर रहे है और उन्होने हर विदेशी दौरे में इस साल 20 विकेट चटकाए है। तो ऐसे में अगर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करतो और गेंदबाजो की मदद करते है तो हमें अच्छे परिणाम मिलेंगे।”
भारतीय टीम ने एडिलेड टेस्ट मैच में पहली इनिंग में 250 तो वही दूसरी इनिंग में 307 रन बनाए थे। लेकिन पर्थ टेस्ट मैच की दूसरी इनिंग में टीम ताश के पत्तो की तरह बिखर गई, जिसमें वह 287 रनो के लक्ष्य का पिछा करने आयी थी और केवल 140 रनो पर ढेर हो गई।
अजिंक्य रहाणे जिन्होने अभी तक 54 टेस्ट मैच खेले है, आशा करते है कि वह अपने अर्धशतको को शतको में परिवर्तित कर सके।
अंजिक्य ने कहा ” शतक निश्चित रूप से आएगा। मुझे यकीन है कि यह इस टेस्ट मैच में आएगा, जिस तरह से मैंने एडिलेड में बल्लेबाजी की थी।”
” मुझे पता है इससे पहले मैंने यहा दो शतक लगाए है, लेकिन मेरे लिए यह महत्वपूर्ण बात है कि मैं इनके बारे में ना सोचू और अपनी बल्लेबाजी में ध्यान दू। अगर मैं स्थिति को अच्छी तरह पढ़ सकता हूं और तदनुसार बल्लेबाजी कर सकता हूं, तो यह टीम के लिए बहतर होगा। व्यक्तिगत रिकॉर्ड के बारे में बाद में सोचा जा सकता हैं।”
ऑस्ट्रेलियाई दौरा करने वाली भारतीय टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले तीन दिन का आराम लिया है और इसमें पूर्व कप्तान रहाणे का कहना है कि अब हम एक नई शुरुआत करेंगे।