भारत और ईरान ने सोमवार को द्विपक्षीय सहयोग के कई महत्वपूर्व मामलो की समीक्षा की थी। इसमें कनेक्टिविटी, डेवलपमेंट प्रोजेक्ट और दोनों देशो और अफगानिस्तान के साथ हुए त्रिकोणीय ट्रांजिट समझौते को पूरी तरह अमल में लाने के बाबत वार्ता की थी।
इस वर्ष मार्च में ईरान के चाहबार बंदरगाह के जरिये टीआईआर कन्वेंशन के तहत पहला शिपमेंट गुजरात के मुंद्रा और मुंबई के नहावा शेव बंदरगाह पर पंहुचा था। भारत और ईरान के बीच विदेश दफ्तर के 16 वें दौर की चर्चा के दौरान दोनों पक्षों ने संयुक्त हित के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलो पर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया था।
विदेश सचिव विजय गोखले ने भारतीय प्रतिनिधि समूह का नेतृत्व किया था और ईरानी पक्ष का प्रतिनिधित्व उप विदेश मन्त्री सेय्येद अब्बास अरग्ची ने किया था।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि “वे दोनों पक्षों के बीच संयुक्त हितकारी द्विपक्षीय सहयोग और विनिमय की गति को बरक़रार रखने के लिए रजामंद हुए थे। साथ ही ईरान में जल्द जॉइंट कमीशन मीटिंग में विदेश मंत्रियो की स्तर की बैठक का आयोजन करने पर सहमती व्यक्त की है।”
विदेश विभाग की चर्चा के अगले चरण की बैठक ईरान में होगी और दोनों पक्षों की रजामंदी के बाद तारीख का ऐलान किया जायेगा।