भारत और इजराइल के बीच सम्बन्धो में विकास होगा और इनमे उन्नति होती रहेगी चाहे साल 2019 के लोकसभा चुनावो में किसी भी दल की जीत हो। भारत में 17 वीं लोकसभा के सात चरणों के चुनावो का दौर अभी जारी है इसका परिणाम 23 मई को जारी किया जायेगा।
भारत में इजराइल के राजदूत डॉक्टर रोन मोलका ने एएनआई से बातचीत में कहा कि “भारत और इजराइल के सम्बन्ध दो व्यक्तियों के बीच नहीं बल्कि दो मुल्कों के बीच है। इससे रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ता कि कौन सत्ता पर शासित है। व्यक्तियों या दलों के बीच तालमेल मदद करता है, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सत्ता पर काबिज है। सत्ता पर चाहे जो भी दल शासित हो दोनों देशों के बीच सम्बन्धो का विकास होगा और वह उन्नति करेंगे।”
संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के बाद भारत के साथ आतंकवाद से निपटने में भारत के साथ कैसे सहयोग करेगा इसके बाबत इजराइल के राजदूत ने कहा कि “आतंकवाद से लड़ने का मामला सिर्फ भारत और इजराइल का नहीं है, मेरे ख्याल से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समस्त विश्व को एकजुट होना चाहिए। भारत और इजराइल बहुत अच्छे दोस्त है और मित्र होने के नाते हम एक-दूसरे का सहयोग करेंगे।”
पुलवामा आतंकी हमले के बाद इजराइल ने भारत को दिया सहयोग में इजाफा किया था। इस आतंकी हमले में सीआरएफ के 44 जवानो की मौत हुई थी। जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद ने ली थी।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की संभावित भारत यात्रा की अटकलों पर उन्होंने प्रतिक्रिया दी कि “प्रधानमंत्री की भारत आगमन में दिलचस्पी है। वह भारत आएंगे हालाँकि अभी तारीख तय नहीं की गयी है।” हाल ही के वर्षों में भारत और इजराइल ने संबंधों को मज़बूत करने के लिए विभिन्न प्रयासों पर अमल किया है।