अमेरिका ने कहा कि “भारत के साथ संबंधों में वृद्धि की व्यापक क्षमता है और अभी जारी व्यापार मामलो को दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों के कारण सुलझाया जा सकता है।” अमेरिका की राज्य विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टागुस ने कहा कि “भारत का सबसे महत्वपूर्ण कारोबारी साझेदार अमेरिका है।”
अमेरिका-भारत व्यापार बातचीत
हाल ही में व्यापार प्रतिनिधियों ने अमेरिका-भारत व्यापार मामले पर बातचीत के लिए भारत की यात्रा की थी और इसके बाबत प्रवक्ता से पूछा कि क्या अमेरिका इस यात्रा से संतुष्ट है। भारत ने अमेरिका के 28 उत्पादों पर प्रतिकारी शुल्क थोपा था, इसमें बादाम और सेब भी शामिल है।
5 जून को डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत से विशेष व्यापार देश का दर्जा छीन लिया था। भारत जीएसपी प्रणाली का विशेष लाभार्थी था। यह कार्यक्रम विकासशील देशों की मदद के लिए अमेरिकी उपभोक्ताओं को उत्पाद बेचने के लिए तैयार की गया था। बीते हफ्ते भारत में अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि क्रिस्टोफर विल्सन की अध्यक्षता में एक समूह नई दिल्ली की यात्रा पर आया था और इस दौरान उन्होंने आला भारतीय अधिकारीयों से मुलाकात की थी।
भारत ने इस बातचीत को सकारात्मक और रचनात्मक करार दिया था। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रम्प से ओसाका में आयोजित जी-20 के सम्मेलन में मुलाकात की थी।
अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पियो ने बीते महीने नई दिल्ली की यात्रा की थी भारत और अमेरिका को जानकारी है कि दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर मसले हैं और वे जल्द ही इन मतभेदों को सुलझा लेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि “जैसा कि मैंने कहा था, अमेरिका के प्रतिनिधि समूह के साथ बातचीत जारी है। यह मुलाकात दोपहर में लंच के दौरान होगी और दोबारा शुरू रहेंगी। यह ओसाका में निर्णय ले लिया गया था, जब प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुलाकात हुई थी कि दोनों पक्षों के अधिकारी व्यापार से सम्बंधित सभी मतभेदों को जल्द सुलझा लेंगे।”