पाकिस्तान ने मीडिया ख़बरों को खारिज करते हुए बयान जारी किया कि वह भारत के लिए अपने देश से होते हुए अफ़ग़ान व्यापार मार्ग खोलने के विचार पर सहमत नहीं हैं।
पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अफ़ग़ान में नियुक्त अमेरिकी राजदूत के दिए बयान को सिरे से नकार दिया। उन्होंने भारतीय अखबार की रिपोर्ट का भी खंडन किया।
तकनीकी और सामरिक मुद्दों को दुरुस्त करने का हवाला देते हुए पाक विदेश मंत्री ने कहा कि इस्लामाबाद भारत-अफगान व्यापार को अपने क्षेत्र से करने के लिए कतई राज़ी नहीं है और ना ही वे इस पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
भारत को पहले अमेरिकी राजदूत बास ने इससे पहले बयान दिया था कि एक अरसे बाद पाकिस्तान सरकार ने नई दिल्ली और काबुल के मध्य व्यापार को पाक अधिकृत इलाकें से होते हुए करने के लिए अफगानिस्तान सरकार से बातचीत का दौर शुरू किया है। (सम्बंधित: भारत अफगानिस्तान व्यापार के लिए अपनी जमीन देने को तैयार पाकिस्तान)
साथ ही उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में राजनैतिक स्थिरता पाकिस्तान के लिए दीर्घ अवधि तक फलदायक निवेश साबित होगा।
अफगान में तैनात अमेरिकी राजदूत ने कहा था कि दोनों दिशाओं की ओर से व्यापार बढ़ने से मध्य और दक्षिण एशिया के इलाकों में पहुँचना आसान होगा।
यदि पाक सरकार यथास्थिति को बनाये रखने के ख्याल से इस मसले से सही तरीके से नहीं निपटती तो वह ये मौका गवां देंगे।
अमेरिकी राजदूत ने कहा था कि भारतीय कंपनियों ने अफ़ग़ानिस्तान के विकास के लिए काफी निवेश किया है। ऐसे में अफगान परिस्थितियों को ऐसे ही कायम रखता है तो वह इस बेहतरीन मौके को भुनाने से चूक जायेगा।