भारत ने रुसी निर्मित दो एमआई-24 युद्धक विमानों को अफगानिस्तान के सुपुर्द कर दिया है। भारत ने अफगानिस्तान नेशनल डिफेन्स एंड सिक्योरिटी फाॅर्स से साल 2018 की शुरुआत में दो विमान देने का वादा किया था ताकि चरमपंथ के खिलाफ युद्ध की क्षमता में विस्तार किया जा सके।
अफगानिस्तान में भारत के राजदूत विमय कुमार ने काबुल में स्थित अफगान एयरफोर्स बेस पर 16 मई को आयोजित समारोह के दौरान आधिकारिक तौर पर विमानों को अफगान सेना के हवाले कर दिया था। दूतावास ने कहा कि “साल 2015 में भारत ने अफगानिस्तान को चार जंगी विमान तोहफे में दिए थे और एमआई-24 उसका बदले दिए जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि “उपहार स्वरुप दिए यह विमान अफगानी सेना की आतंकवाद के खिलाफ जंग को प्रभावी बनाने के लिए है।” भारत ने 2015 में मिल एमआई-25 चार विमान अफगानी सेना को दिए थे और यह साल 2011 की नई दिल्ली और काबुल के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक समझौते के तहत हुआ था। हालाँकि भारत ने इन जंगी विमानों की संचालन की क्षमता पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी है।
इसी दिन अफगानिस्तान के कार्यकारी रक्षा मंत्री असदुल्लाह खालिद ने ट्वीट कर कहा कि “शेष दो एमआई-24 विमानों को भारत बेलारूस से खरीदेगा और हवाई अभियान को अत्यधिक प्रभावी बनाने के लिए अफगान की वायुसेना के हवाले किया जायेगा।”
मार्च 2018 में भारत में अफगानिस्तान के तत्कालीन राजदूत शाइदा मोहम्मद अब्दाली ने अखबार से कहा था कि “एमआई-24 विमानों की प्राप्ति अफगानिस्तान,,भारत और बेलारूस के बीच हुए त्रिपक्षीय समझौते के तहत होगी।”
भारत के सैन्य सूत्र के मुताबिक, एमआई-24 को बेलारूस से ख़रीदा जायेगा क्योंकि साल 2014 में रूस की यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई के बाद मॉस्को पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबन्ध लागू कर दिए थे जिसके तहत वह रोटोक्राफ्ट का निर्यात करने असक्षम है।