Mon. Dec 23rd, 2024
    आरकॉम स्पेक्ट्रम को बेचने की तैयारी

    गुरूवार को भारती एयरटेल ने तीसरी तिमाही के अपने लाभ और आय के आंकड़े जारी किये। जारी आंकड़ों के अनुसार एयरटेल को अक्टूबर से दिसम्बर की तिमाही में कुल 86 करोड़ का लाभ हुआ।

    एयरटेल  द्वारा आंकड़ों की पूरी जानकारी :

    अपने लाभ के आंकड़ों के अलावा एयरटेल ने आय के आंकड़े भी जारी किये। एयरटेल ने रिपोर्ट में बताया की इसे तीसरी तिमाही में कुल 86 करोड़ का लाभ हुआ और इसके साथ इसकी कुल आय 20,519 करोड़ रही। यदि इस आय की पिछली साल की तीसरी तिमाही से तुलना करें तो यह उस समय की आय से केवल 1 प्रतिशत ही ज्यादा है जोकि एयरटेल के लिए एक चिंता का विषय है।

    पिछली तिमाही से तुलना :

    पिछली तिमाही में भारती एयरटेल को कुल 306 करोड़ रुपयों का लाभ हुआ था। लेकिन इस तिमाही करोडो ग्राहक गंवाने और प्रतिस्पर्धा बढ़ने के चलते एयरटेल केवल 86 करोड़ ही लाभ कम पाया। यह लाभ पिछली तिमाही के मुकाबले 72 प्रतिशत गिर गया जोकि आश्चर्य की बात है।

    एयरटेल के सीईओ गोपाल विट्टल का बयान :

    एयरटेल के तीसरी तिमाही की कमाई के आंकड़े प्रस्तुत करने के दौरान इसके सीईओ गोपाल विट्टल बोले “हमारे सरल उत्पाद पोर्टफोलियो और प्रीमियम सामग्री साझेदारी ने इस तिमाही के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया है,जिससे एयरटेल में 1 करोड़ से अधिक नए ग्राहक जुड़े हैं।  हमने तिमाही के दौरान 24000 ब्रॉडबैंड साइटों को तैनात किया है और मांग वक्र और एक बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करते हैं  और हम आगे की क्षमताओं में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

    एयरटेल के सुधारात्मक उपाय :

    एयरटेल ने अपनी गिरती आय को सुधारने के लिए हाल ही में कुछ कदम उठाये हैं। इसमें मुख्या कदम न्यूनतम रिचार्ज किये गए हैं जिनके अंतर्गत यदि ग्राहकों को एयरटेल की सेवाएं प्रयोग करनी है तो न्यूनतम राशी का रिचार्ज कराना होगा। इससे औसत आय प्रति ग्राहक में इजाफा होगा। इसके अलावा एयरटेल प्रीपेड प्लानों में अधिक निवेश लार रहा है और नए एवं आकर्षक ऑफर प्रदान कर रहा है ताकि अपने ग्राहकों को ना खोये।

    एयरटेल के गिरती आय का मुख्या कारण जिओ को माना जा रहा है जोकि कम मूल्य में आकर्षक सेवाए प्रदान कर रहा है। इससे एयरटेल के ग्राहक कम होते जा रहे हैं। इसके चलते एयरटेल ने ये सुधारात्मक उपाय किये हैं।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *