भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पास गोलीबारी करके तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था। ये हमला सीमा पार पाकिस्तानी चौकी पर किया गया था। लेकिन अब दो दिन बाद पाकिस्तान ने भारत के इन दावों को खारिज किया है।
पाकिस्तान थल सेना के प्रवक्ता जनरल आसिफ गफूर ने भारत के दावों को खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान सशस्त्र बलों के पास किसी भी चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी क्षमता है।
गफूर ने कहा कि भारत ने दावा किया है कि 10 भारतीय सैनिकों ने एलओसी पार कर पाकिस्तान की सीमा में आकर तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार डाला था।
ये सब भारत के द्वारा किया गया झूठा प्रचार है। ये सब भारत की साजिश है कि वो कश्मीर मुद्दे का ध्यान भटका कर अपने देश के नागरिकों के सामने झूठा प्रचार कर रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भी भारत ने किया गलत प्रचार
रावलपिंडी में मीडिया को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी मेजर जनरल गफूर ने कहा कि पिछले बार भी भारत ने पाकिस्तानी सैनिकों पर सर्जिकल स्ट्राइक का नाम लेकर झूठा प्रचार किया था।
गौरतलब है कि इस हफ्ते भारतीय सेना ने कहा था कि कुछ घातक कमांडो ने चार भारतीय सैनिकों की हत्या का बदला लेने के लिए एलओसी को पार कर पाकिस्तानी चौकी पर हमला किया था।
200-300 मीटर दूरी पर स्थित पाकिस्तानी चौकी में तीन सैनिकों को भारतीय कमांडो ने मार गिराया था। इससे पहले पाकिस्तान सेना की बार्डर एक्शन टीम ने पिछले हफ्ते राजौरी जिले के केरी सेक्टर में चार भारतीय सैनिकों की हत्या की थी।
कुलभूषण जाधव मामले में भारत ने दिखायी नकारात्मकता
जब जनरल गफूर से कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ व्यवहार किए जाने को लेकर पूछा तो उन्होंने कहा कि इस पर पहले ही पाक विदेश कार्यालय जवाब दे चुका है।
इसके साथ ही भारत पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान के हर अच्छे कदम को भारतीय मीडिया नकारात्मकता के रूप में ही दिखाता है। हमने जाधव को जिम्मेदार व मानवीयता के आधार पर मिलने की मंजूरी दी थी।
मेजर जनरल गफूर ने भारत के ऊपर साल 2017 मे सबसे ज्यादा युद्धविराम उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया।
आतंकवाद को लेकर अमेरिका के आरोपों को किया खारिज
पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता जनरल आसिफ गफूर ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के ऊपर आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय पहुंचाए जाने के आरोपों का खंडन किया है। गफूर ने कहा कि पाकिस्तान में किसी भी प्रतिबंधित संगठन का कोई ढांचागत ढांचा मौजूद नहीं है।
पाकिस्तान खुद आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को समाप्त करने में लगा हुआ है। वहीं अफगानिस्तान में भी बढ़ रही आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है।