रेल मंत्री पियूष गोयल द्वारा हाल ही में एक बड़ी घोषणा की गयी है जिसके अंतर्गत अब दिल्ली जाने आने वाली हर एक ट्रेन को इलेक्ट्रिक में बदला जाएगा। सभी डीजल चालित ट्रेनों को दिसम्बर 2019 से इलेक्ट्रिक ट्रेनों में बदला जाएगा और साथ ही रेलवे ट्रैक का भी विद्युतीकरण किया जाएगा।
तीन चरणों में होगा विद्युतीकरण पूरा :
A Journey to Remember: Railways has constantly upgraded itself to meet the needs & aspirations of passengers, and has set superior standards of passenger comfort & safety. #NamumkinAbMumkinHai pic.twitter.com/151nOEo8eU
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) March 6, 2019
रेलवे विभाग ने इस फैसले को पूरा करने के लिए योजना का भी बखान किया है। इस योजना के अंतर्गत पूरे कार्य को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरणों में ट्रेनों के 39 जोड़ों को डीजल से इलेक्ट्रिक इंजन में बदला जाएगा, दुसरे चरण में 60 डीजल चालित ट्रेनों को बदला जाएगा और आखिरकार तीसरे चरण में कुल डीजल चालित ट्रेनों के 19 जोड़ों का विद्युतीकरण किया जाएगा। अतः कुल 118 डीजल ट्रेनों को विद्युत् ट्रेनों में बदला जाएगा।
बतादें की इस योजना पर पहले भी कम किया जा चूका है और अभी तक कुल 40 ट्रेन को डीजल से विद्युत ट्रेन बनाया जा चूका है। इसके अलावा, 98 जोड़ी ट्रेनें जो वर्तमान में डीजल इंजनों पर जो दिल्ली क्षेत्र के बाहर चलती हैं, को इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन में शिफ्ट करने के लिए अलग किया जा चूका है। अमृतसर, भिवानी, भटिंडा, गोरखपुर, जाखल, फुलेरा, गजरौला, मुरादाबाद, रेवाड़ी, किउल, समस्तीपुर, लखनऊ और अंबाला। इसके साथ, लखनऊ, गोरखपुर, मुरादाबाद, ग्वालियर, भटिंडा, किऊल, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, भिवानी, जाखल आदि कई अन्य स्थानों पर ट्रैक्शन परिवर्तन आयोजित किया जाएगा।
कैबिनेट से मिली मंजूरी :
ट्रेनों के विद्युतीकरण पर सरकार पिछले कुछ समय से काम कर रही है और पिछले वर्ष मंत्रालय ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दी थी जिसके अंतर्गत सभी भारीतय ट्रेनों का आने वाले चार वर्षों में विद्युतीकरण किउया जाएगा। यह मुख्यतः प्रदुषण को कम करने के लिए किया जा रहा है और ऐसा करने से भारत की आयातित पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम होगी।
वाराणसी में ट्रेन का हुआ विद्युतीकरण :
ट्रेनों को पारंपरिक इंधन से बदलकर इलेक्ट्रिक ट्रेन बनाने का कार्य पिछले कुछ समय से हो रहा है और कुछ ट्रेनों को सफलतापूर्वक इलेक्ट्रिक ट्रेनों में बदला जा चूका है। इसका हालिया उदहारण वाराणसी का है जहां एक ट्रेन के इंजन को डीजल चालित से इलेक्ट्रिक बना दिया गया है। इससे ट्रेन की हार्सपावर भी बढ़ी है और इससे होने वाला परदुषण भी न्यूनतम हो गया है। इस ट्रेन का उदघाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।