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    भारतीय मूल की ब्रिटिश मंत्री

    ब्रिटेन की भारतीय मूल की वरिष्ठ मंत्री प्रीति पटेल का राजनीतिक भविष्य अंधकार में चल रहा है। संभावना जताई जा रही है कि प्रीति पटेल को अपना केबिनेट पद छोड़ना पड़ सकता है। दरअसल इजरायली अधिकारियों के साथ गुप्त बैठक करने की वजह से प्रीति पटेल को अपने देश में विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

    अगस्त महीने में पटेल विदेश कार्यालय को बिना बताए इजराइल में छुट्टी मनाने चल गई थी। पटेल की इस हरकत पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा ने उस समय उसे माफ कर दिया था। लेकिन हाल ही में प्रीति पटेल की नई इजरायल यात्रा के बारे में खुलासा हुआ है। 45 साल की प्रीति पटेल ने इजरायली अधिकारियों के साथ मुलाकात की है।

    भारतीय मूल की ब्रिटिश मंत्री का भविष्य अंधकार में

    ब्रिटेन में नियम बना हुआ है कि उसके मंत्रियों को ब्रिटेन के विदेश कार्यालय को अन्य देशों में आधिकारिक व्यवसाय का संचालन करने व अधिकारियों के साथ मुलाकात करने के बारे में बताने की जरूरत है।

    लेकिन भारतीय मूल की ब्रिटिश मंत्री ने इन नियमों की अवहेलना करते हुए इजरायल में ब्रिटिश राजनयिकों को बैठक के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी। इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू व अन्य अधिकारियों के साथ की गई बैठक की जानकारी पटेल ने ब्रिटेन के कार्यालय को नहीं दी।

    ब्रिटेन की मंत्री प्रीति पटेल की इस हरकत के बाद वहां पर विपक्षी दलों ने अंतर्राष्ट्रीय विकास विभाग और देश के सहायता बजट के प्रभारी मंत्री पद से प्रीति पटेल के इस्तीफे की मांग की है। इस घटना के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल कार्यालय को निर्देश दिया है कि वह भविष्य में ऐसी किसी भी घटनाओं से बचने के लिए आचार संहिता का पालन करे।

    अब प्रीति पटेल पर ब्रिटेन के प्रोटोकॉल को तोडऩे के आरोप में बर्खास्त किया जा सकता है या फिर इस्तीफे के लिए मजबूर किया जा सकता है।

    अगर ऐसा हुआ तो प्रधानमंत्री थेरेसा एक हफ्ते के भीतर ही अपने दूसरे वरिष्ठ मंत्री को खो देगी। इससे पहले सर माइकल फॉलन को महिला पत्रकारों के प्रति अनुचित व्यवहार करने के आरोप में रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ गया था।