बीसीसीआई ने शुक्रवार को भारतीय महिला टीम के कोच रमेश के कोच पद के कार्यकाल खत्म होने के बाद, टीम के मुख्य कोच के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे, रमेश पोवार जो कि इसी साल टीम के कोच बने थे उनका कार्याकाल 30 नवंबर तक ही था, और वेस्टइंडीज में खेले गए महिला टी-20 विश्वकप के बाद उनके और मिताली राज के विवाद के बाद उनका यह आखिरी हफ्ता कुछ अच्छा नहीं बीता।
कोच के आवेदान के लिए टॉप तीन नाम सामने आए हैं जिसमें डेव व्हाटामोर, वेंक्टेश प्रसाद और टॉम मूडी का नाम सामने आया हैं। इस बार बीसीसीआई टीम महिला टीम के कोच चुनने के लिए बहुत सावधानी बरत रही हैं क्योंकि बोर्ड नहीं चाहता कि मिताली और रमेश पोवार जैसा कोई विवाद दोवारा सामने आए, जिसकी वजह से टीम का मनोबल कम हो।
महिला टीम की अनुभवी खिलाड़ी मिताली राज को वेस्टइंडीज मे खेले गए टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में जगह नही दी गई थी, जो की इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था, उससे पहले मिताली राज नें पाकिस्तान औऱ आयरलैंड के खलाफ एक के बाद एक दो लगातार अर्धशतक लगाए थे। पोवार के इस फैसले बाद एक नया विवाद खड़ा कर दिया और भारत आते ही इस विवाद को लेकर पोवार और मिताली राज ने बीसीसीआई से बात करते हुए अपना पक्ष रखा। जिसमें मिताली ने कहा पोवार और सीओए सदस्य डायना इडुल्जी ने मुझे वेस्टइंडीज में बहुत अपमानित और मेरा भविष्य को नष्ट करने की कोशिश की।
पोवार ने अपने बचाव में बीसीसीआई को 10 पन्नो की रिपोर्ट में लिखा था कि मेरा हर खिलाड़ी के साथ बराबर का मेल-जोल हैं और मिताली मुझे ब्लेकमेल और मेरे ऊपर दबाव बनाना चाहती हैं, और टीम के वातावरण को बिगाड़ना चाहती हैं। उसके बाद बीसीसीआई के फैसले ने रमेश पोवार को गलत बताते हुए उनके फैसलो को ज्यादा हवा नहीं दी, और कहा कि मिताली को टीम से निकालने के निए यह कोई सही कारण नही था, और ना ही मिताली को मिडल- आर्डर में बल्लेबाजी कराने का निर्णय ठीक था, जबकि वह टीम के लिए कई सालो से ओपनिंग करते आयी हैं।
वही अब टीम के कोच के लिए जो नाम तीन नाम आमंत्रित किये गए थे जिसमें वेंक्टेशवर प्रसाद, व्हाटामोरे और टोम मूडी शामिल हैं, उन्ही तीनों में से टीम का कोच चुनने के लिए इंटरब्यू 20 दिसंबर को मुंबई के बीसीसीआई हेडक्वार्टर में होगा, नए कोच का कार्याकाल 2 साल के लिए होगा।