पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव, जिन्हें भारतीय महिला टीम के अगले मुख्य कोच को चुनने के लिए नियुक्त किया गया है, उन्होने बीसीसीआई से मनोज प्रभाकर के साक्षात्कार से उन्हें वापस लेने के लिए कहा है।
भारतीय महिला टीम का नए मुख्य कोच चुनने की अवधि पहले ही शुरु हो गई है और 10 आवेदको का इंटरव्यू गुरुवार को मुंबई में होगा।
केपिल देव के अलावा मुख्य कोच बनने का इंटरव्यू अंशुमन गायकवाड और शांता रंगास्वामी भी लेंगे। जिन आवेदको का इंटरव्यू इन तीन सदस्यो की समिती लेंगी उसमें भारत के विश्वकप विजेता कोच गैरी कर्स्टन भी शामिल है।
टॉप बीसीसीआई सूत्र ने इंडिया टुडे को बताया है कि कपिल देव इंटरव्यू लेने के लिए तैयार नहीं है अगर मनोज प्रभाकर इस केस में शामिल होंगे तो।
मनोज प्रभाकर ने कपिल देव पर 1983 विश्वकप के दौरान फिक्सिंग के आरोप लगाए थे, लेकिन कपिल ने अपनी बातो से फिक्सिंग के आरोपो को साफ कर दिया था।
रमेश पोवार ने भी टीम का कोच दोबारा बनने के लिए आवेदन भरा है, जबकि मिताली राज ने उनके ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
दक्षिण अफ़्रीका के गैरी कर्स्टन के अलावा, ब्रैड होग, दिमित्री मस्करेनहास, ट्रेंट जॉन्स्टन और हर्शेल गिब्स अन्य विदेशी नाम हैं जिन्होंने भारतीय महिला टीम का अगला कोच बनने के लिए आवेदन भरा है।
डब्ल्यूवी रमन, वेंकटेश प्रसाद, कल्पना वेंकटकर अन्य आवेदक हैं जिनकी साक्षात्कार कपिल, गायकवाड़ और रंगस्वामी द्वारा किया जाएगा।
पोवार को टीम का कोच तुषार आरोटे के बाद बनाया गया था, लेकिन पोवार का टीम के कोच से कार्यकाल 30 नबंवर को एक विवादस्पद रुप मे खत्म हुआ था।
पोवार ने 2018 टी-20 विश्वकप जो की वेस्टइंडीज में हुआ था उसके सेमीफाइनल मैच में भारत की अनुभवी खिलाड़ी मिताली राज को टीम में जगह नही दी थी,जिसके बाद धर लौटने बाद मिताली ने उनके ऊपर कई संगीन आरोप लगाए थे।
रमेश पोवार ने टी-20 कप्तान हरमनप्रीत कौर उपकप्तान स्मृति मंधाना के समर्थन के बाद दोबारा टीम को कोच बनने के लिए आवेदन भरा था।