कपिल देव ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, ” मैं बहुत परेशान हूं यह सब क्या हो रहा है। मैं नाम नहीं लेना चाहता हूं, लेकिन एक व्यक्ति विशेष के अहंकार को देश में महिलाओं के खेल को विकसित करने के लिए कोई बाधा नहीं डालनी चाहिए।” एडुल्जी और सीओए प्रमुख विनोद राय के बीच मतभेद के संदर्भ में देव ने कहा, “किसी की व्यक्तिगत पसंद या नापसंद हो सकती है, लेकिन यह राष्ट्रीय महिला टीम के हित से ऊपर नहीं है।”
देव को इस बात से भी निराशा हुई कि उनकी समिति की साख पर सवाल उठाए गए थे, उनकी समीति के ऊपर कोच के उम्मीदवारों को शार्टलिस्ट करने के ऊपर सवाल उठाए गए थे। उन्होने कहा, ” गैरी कर्स्टन, जिन्होंने भारत को विश्व कप जितवाया था। वेंकटेश प्रसाद, जो भारतीय पुरुष टीम के गेंदबाजी कोच थे। रमन ने अपने तकनीकी ज्ञान से सभी का सम्मान किया है। अगर किसी को इन नामो से कोई समस्या है तो, वह भारतीय क्रिकेट को ध्यान में रखते हुए अच्छा काम नही कर रहे हैं।”