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    भारतीय नौसेना

    भारतीय नौसेना युद्धपोतों की कमान जल्द ही महिला अधिकारियों के हाथों में भी होगी। भारतीय नौसेना ने महिला अधिकारियों के लिए कुछ चुनिंदा युद्धपोतों पर काम करने के लिए एक नीति तैयार कर दी है जिनमें इन्हें उचित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।

    पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) के वाइस एडमिरल करमबीर सिंह ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि आईएनएस कमोर्टा व अन्य भारतीय नौसेना के युद्धपोतों पर आने वाले वर्षों में महिलाएं भी पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगी।

    करमबीर सिंह ने बताया कि करीब 50 से अधिक महिला लड़ाकू पायलटों को जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। इनसें से कुछ नौसेना में विभिन्न रैंको में काम कर रही है। आगे कहा कि नौसेना युद्धपोतों वाले जहाजों में काम करने के लिए महिलाओं के अनुकूल वातावरण बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

    पूर्वी नौसेना कमान के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय नौसेना युद्धपोतों में आवश्यक बदलाव करेगा। साथ ही महिला अधिकारियों की आवश्यकताओं के अनुरूप जहाजों को डिजाइन करेगा। जैसा कि शिवालिक वर्ग के जहाजों को महिला अधिकारियों के लिए डिजाइन किया गया था।

    भविष्य में भारतीय नौसेना होगी मजबूत

    वाइस एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि भारतीय नौसेना के जहाजों, परमाणु पनडुब्बियों, विमान और मानव शक्ति सहित पनडुब्बियों के मामले में दीर्घकालिक योजना तैयार की गई है। ताकि समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा हो जाए।

    वर्तमान में भारतीय नौसेना के पास 250 से अधिक विमानों और 13 पनडुब्बियों के साथ करीब 134 जहाजों का एक बेड़ा मौजूद है। करमबीर सिंह ने कहा कि देश के विभिन्न शिपयार्डों में 34 जहाजों का निर्माण हो रहा है।

    इसके साथ ही कहा कि भारतीय नौसेना को मजबूती प्रदान करने के लिए इसके आधुनिकीकरण का विस्तार किया जाएगा। भविष्य में 198 जहाजों, 450 विमानों और बड़ी संख्या में पनडुब्बियों का एक मजबूत बेड़ा उपलब्ध होगा।

    ईएनसी के विकास की व्याख्या करते हुए वाइस एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि यह 1 मार्च 1968 को स्थापित किया गया था। बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर क्षेत्र में एक बल के रूप में विकसित हुआ। ये अभी स्वर्ण जयंती वर्ष का जश्न मना रहा है।