चीनी विदेश मंत्री वांग यी 10 दिसंबर को भारत में आने वाले है। लेकिन उससे पहले ही दोनों देशों के बीच में फिर से विवाद हो गया है। इस बार चीन ने भारत पर आरोप लगाया है कि भारतीय ड्रोन ने चीनी क्षेत्र में घुसपैठ की है।
चीन के मुताबिक भारतीय ड्रोन ने चीनी हवाई क्षेत्र में घुसकर आक्रमण किया और फिर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। डोकलाम विवाद के बाद दोनों देशों के बीच में शांति बनी थी लेकिन अब वापिस से लग रहा है कि चीन व भारत के बीच में तनाव की स्थिति बन सकती है। वो भी ऐसे समय पर जब चीनी विदेश मंत्री वांग यी 10 दिसंबर को भारत के नई दिल्ली में बैठक में शिरकत करने वाले है।
चीन ने गुरुवार को दावा किया कि हाल ही में भारतीय ड्रोन ने चीन-भारतीय पश्चिमी सीमा में घुसपैठ की है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने इस घुसपैठ पर असंतोष व्यक्त किया है।
झेंग शूली के पश्चिमी थियेटर कमान के संयुक्त स्टाफ विभाग के एक चीनी अधिकारी ने बताया कि भारतीय यूएवी ने चीन के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है और फिर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। भारतीय ड्रोन के चीनी क्षेत्र में घुसने की पुष्टि चीन के सीमावर्ती सैनिकों ने भी की है।
चीनी सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे
चीनी अधिकारी ने कहा कि भारत के इस कदम ने चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन किया है। भारतीय ड्रोन के घुसपैठ करने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हम अपने क्षेत्र की सुरक्षा व चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
चीनी मीडिया सिन्हुआ की रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया कि मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) ने चीन-भारतीय सीमा का उल्लंघन किया था। लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देते हुए कहा था कि यह ड्रोन भारतीय होने की पहचान की गई है। सिन्हुआ ने अपनी रिपोर्ट में ड्रोन पर निशान के बारे में भी नहीं बताया।
संभावना है कि भारतीय ड्रोन भारत-तिब्बत की सीमा पर निगरानी कर रहा हो। चीन तिब्बत को भी अपना हिस्सा बताता है जबकि भारत अपना।
लेकिन इस तरह की खबरों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। चीनी विदेश मंत्री की भारत यात्रा से कुछ दिन पहले ही ऐसी खबरें आना चिंताजनक है।