Wed. Nov 6th, 2024
    सुरेश रैना

    भारत के दिग्गज बल्लेबाज़ सुरेश रैना का कहना है कि चाहें आज ना सही लेकिन कल, चलो माना कल ना सही मगर परसों, परसों भी ना सही लेकिन लेकिन 10 महीने बाद ही सही मगर खिलाना तो पड़ेगा चयनकर्ताओं को मुझे। वह कहते है ना “बिना कुछ करें जय जयकार नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती”, और कुछ ऐसा ही मानना है भारत के मध्यक्रम के स्टार बल्लेबाज़ सुरेश रैना का। रैना का कहना है कि “माना कुछ समय से मेरा बल्ला और किस्मत मेरा साथ नहीं दे रही है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं हार मान जाऊंगा”, और वह कहते है ना “किस्मत के भरोसे रहने वालों को केवल उतना ही प्राप्त हो पाता है जितना मेहनत करने वाले छोड़ देते है”।

    आपको बता दें कि हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाने वाले सुरेश रैना ने कहा कि “भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए और भारत की ओर से खेलने के लिए आपको अपना प्रदर्शन बहुत ही उच्च स्तरीय रखना होता है क्यूंकि यदि 11 लोग पूरे देश में से चुने गए हैं भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए, तो उनमे वैसी कोई बात भी होनी चाहिए जो उन्हें सबसे अलग बनाए”। दरसअल, काफी समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे सुरेश रैना ने कहा कि “मुझे अपनी वापसी का जुनून युवराज सिंह और आशीष नेहरा को देखकर मिला है, अगर आप किसी भी स्टेज पर अच्छा करते हैं तो चयनकर्ता आपको ज्यादा दिनों तक नज़र अंदाज नहीं कर सकते हैं”।

    इस साल सुरेश रैना ने घरेलू क्रिकेट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया हैं जिससे उम्मीद जताई जा रही हैं कि उन्हें श्रीलंका और भारत के बीच होने वाली टी-20 श्रृंखला में जगह मिल सकती हैं। परन्तु प्रश्न यह हैं कि अगर सुरेश रैना टीम में आते हैं तो बाहर कौन जएगा। जिस प्रकार हार्दिक पंड्या, मनीष पांडे और केदार जाधव ने खेल दिखाया हैं उससे लगता नहीं है कि चयनकर्ता उन्हें बाहर करने की सोचेंगे।