ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बॉर्डर का मनना है कि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजो को भारतीय गेंदबाजो द्वारा पर्थ टेस्ट मैच के पहले दिन की गई गलतियों से सीखने को मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पर्थ टेस्ट मैच के पहले दिन के खेल के अंत तक 6 विकेट के नुकसान पर 277 रन बनाए है।
फॉक्सस्पोर्ट्स के लिए लिखे कॉलम मे बॉर्डर ने कहा “बल्ले के बाहरी किनारे से निकलती गेंदो को देखकर लगता है कि भारतीय टीम सोच रही होगी कि हम इससे अच्छा प्रदर्शन कर सकते थे, उन्होने गेंदबाजी अच्छी की लेकिन मुझे लगता है वह उम्मीद के मुताबिक कम प्रदर्शन कर पाए।”
उन्होने कहा, “जिस तरह बैट के किनारे से गेंद निकल रही थी, गेंदबाजो को उसके लिए फुल-लेंथ की गेंद डालनी चाहिए थी, अगर वह ऐसा करते तो रन तो जा सकते थे लेकिन बाहरी किनारा लगकर विकेट मिलने के मौके बढ़ जाते।”
आगे उन्होने कहा ” ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजो को इससे समझ आ गया होगा कि उनको इस पिच पर गेंदबाजी के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं, वह अपनी गेंदबाजी मे आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे, क्योकि पर्थ की पिच मे बहुत उछाल और है इससे सामान्य गेंद भी बल्लेबाजो को समझ नही आ रही।”
इस टेस्ट मैच मे भारत के ऑफ स्पनिर आर.अश्विन इंजरी के कारण बाहर है तो उनकी जगह उमेश यादव को टीम मे चुना गया है और यह इतिहास मे तीसरी बार हुआ है जब भारत की टीम चार तेज गेंदबाजो के साथ मैदान मे उतरी है।
वही ऑलराउंडर हनुमा विहारी को रोहित शर्मा की जगह पर्थ टेस्ट में जगह दी गई है, रोहित शर्मा कमर की चोट के कारण टीम से बाहर है। उन्होने पहले दिन पर्थ टेस्ट मैच मे 2 विकेट चटकाए है।
उन्होने लिखा “इस टेस्ट मैच मे आगे बढ़ते हुए हम देखेंगे की भारत की टीम ने अपने विशेषज्ञ स्पिनर को इस टेस्ट मैच में नही खिलाकर कितनी बढ़ी गलती की है” जबकि टेस्ट मैच के पहले दिन हनुमा विहारी ने दो विकेट चटकाए थे।