पाकिस्तान ने पूर्वी हवाईक्षेत्र में वाणिज्य उड़ानों के लिए पाबन्दी को विस्तार कर दिया है और चौथी दफा 12 जुलाई को पाकिस्तान ने हवाईक्षेत्र में पाबन्दी को बढ़ा दिया है। पाकिस्तानी नागरिक उड्डयन विभाग ने यह जानकारी दी है। सीएए ने मार्ग के बाबत निर्देश पायलटों को दे दिए हैं कि भारत सहित नौ पूर्वी हवाईक्षेत्र को बंद कर रखा है।
पाकिस्तान ने अप्रैल में भारतीय उड़ानों के लिए दो दक्षिणी मार्गों को खोल दिया था। हवाईक्षेत्र के बंद होने की अधिक जानकारी नहीं दी गयी है। उन्होंने कहा कि दो हफ्तों के बाद सरकार इस मामले की समीक्षा करेगा। इस्लामाबाद ने 26 जनवरी को भारतीय उड़ानों के लिए अपने हवाईक्षेत्र को बंद कर दिया था।
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादियों के शिविरों में हवाई हमला किया था और इसके बाद दोनों देशों के सम्बन्ध काफी तनावपूर्ण हो गए थे। 14 फरवरी को पाकिस्तान में स्थित जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी समूह ने पुलवामा में भारतीय सुरक्षा सैनिको के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था, जिसमे 44 भारतीय जवानो की मौत हुई थी।
21 जून को पाकिस्तान ने भारत के लिए हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था और कहा कि जब तक भारत सुनिश्चित नहीं करता कि वह बालाकोट जैसी वारदात को दोबारा अंजाम नहीं देगा, भारत के लिए पाकिस्तान अपने हवाईक्षेत्र को बंद रखेगा।
भारतीय एयरस्पेस को इस्तेमाल करने वाली विदेशी एयरलाइन्स को मजबूरन अधिक किराया वसूल करना पड़ रहा है क्यूंकि वह पाकिस्तानी हवाई मार्ग से उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। इस बंद से यूरोप और दक्षिण पूर्वी एशिया की उड़ानों पर असर पड़ा है।
पाकिस्तान के हवाईक्षेत्र में बंद होने से पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ था। कई विदेशी एयरलाइन्स को गंतव्य तक पहुंचने के लिए लम्बे मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है। इस बंद से यूरोप से दक्षिणपूर्वी एशिया जाने वाली उड़ाने काफी प्रभावित हुई थी।
दिल्ली-अस्ताना उड़ानों को पंहुचने के लिए तीन घंटे अधिक लगते हैं, जबकि दिल्ली-मॉस्को की उड़ान को दो अतिरिक्त घंटे लगते हैं। बैंकाक, कुआला लुम्पुर और नई दिल्ली के लिए पीआईए अभियानों को स्थगित कर दिया है।