अफगानिस्तान की सरकार ने दावा किया कि उन्होंने भारत मे जन्मे आतंकवादी और भारतीय समुदाय में अलकायदा के प्रमुख असीम उमर को एक अभियान के दौरान मार दिया गया है। यह संयुक्त अभियान अमेरिका और अफगानी सेना ने मिलकर अंजाम दिया था।
तालिबान ने मंगलवार को सरकार के दावे को खारिज किया और कहा कि यह ऐलान एक मनगढ़ंत प्रोपेगैंडा का भाग है जो काबुल प्रशासन ने तैयार किया है।
तालिबान के प्रवक्ता तारी मुहम्मद यूसुफ अहमद ने कहा कि काबुल के प्रशासन ने दावा किया है कि उन्होंने एक रेड में अलकायदा के सहयोगी की हत्या कर दी है और मूसा कला जिले में एक निकाह हॉल में बम विस्फोट किया था। हम इस दावे को सिरे से खारिज करते हैं और हम इसे दुश्मनों के एजेंडा के तौर पर देखते है।
अफगानिस्तान के नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी ने हेलमंड प्रान्त में अलकायदा के आतंकवादी की हत्या 23 सिंतबर को एक अभियान के दौरान होने की सूचना दी थी। उन्होंने ट्वीट किया कि हम भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के प्रमुख असीम उमर की हत्या का दावा करते हैं। आतंकवादी की हत्या 23 सिंतबर को एक संयुक्त अभियान के दौरान हेलमंड में हो गयी थी।
उन्होंने कहा कि इस अभियान में अलकायदा के छह कर सदस्यों की भी हत्या हो गयी थी। इसके अधिकतर सदस्य पाकिस्तान के नागरिक है। तालिबान के आतंकवादी समूह ने दावा किया कि सरकार इए तथ्य को छिपाने की कोशिश कर रही है कि इन अभियान क्व दौरान भारी संख्या में नागरिको की मौत हुई थी।