तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी को हर चीज में हिन्दू-मुसलमान देखने की बिमारी है। उन्होंने इसे साम्प्रादायिक पागलपन करार देते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने तेलंगाना में मुसलमानो के लिए बढाए गए जॉब में कोटा को अवरुद्ध किया।
तेलंगना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य विधानसभा में राज्य सरकार की नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों में मुसलमानों और अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण 4 से 12 फीसदी तक बढ़ाने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने रोक दिया।
उन्होंने नरसमपेट में एक चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हर चीज में हिन्दू मुसलमान देखने की आदत है। वो इसके अलावा कुछ और नहीं देख सकते।
महबूबाबाद में एक अन्य रैली को सम्बोधित करते हुए उन्होंने सभी आरोपों को दोहराते हुए इसे भाजपा का साम्प्रादायिक पागलपन करार दिया।
उन्होंने लोगों से अपील की कि लोकसभा में रिजर्वेशन मुद्दे को प्रमुखता से उठाने के लिए सभी 17 लोकसभा सीटों से टीआरएस उम्मीदवारों को जिताकर संसद भेजे।
उन्होंने कहा कि ना सिर्फ विधानसभा चुनाव बल्कि लोकसभा चुनावों में भी सभी 17 सीटों पर टीआरएस उम्मीदवारों को चुने ताकि वो संसद में मुसलमानो के रिजर्वेशन पर प्रमुखता से अपनी बात रख सकें।
राव ने कांग्रेस और नायडू के गठबंधन पर सवाल उठाते हुए लोगों से पूछा कि तेलंगाना को नायडू की क्या जरूरत है ? उन्होंने नायडू पर आरोप लगाया कि अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने तेलंगाना क्षेत्र के विकास को हमेशा अवरुद्ध किया।
तेलंगाना में 7 दिसंबर को 119 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। राज्य में कांग्रेस ने तेलगु देशम पार्टी, सीपीआई और तेलंगाना जन समिति के साथ ‘प्रजाकुट्टामी’ (महागठबंधन) बनाया है जिसमे कांग्रेस 94 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि बाकी सीटें उसने सहयोगियों के लिए छोड़ी है।
इस बार तेलंगाना में आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है।