लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब वह अपनी पार्टी बनाएंगी। इस्तीफा देने के बाद सावित्री बाई ने कहा कि वह खुद की पार्टी बनाकर उत्तर प्रदेश की राजनीति को नई दिशा देंगी। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी आवाज पार्टी में नहीं सुनी जा रही है, इसी वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है।
सावित्री ने कहा कि वह नई पार्टी बनाएंगी और दलितों की आवाज उठाएंगी। नई पार्टी का ऐलान वह लखनऊ में 19 जनवरी को कर सकती हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेशभर में प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ प्रचार अभियान में सक्रिय रहीं सावित्री ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
सावित्री बाई 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर बहराइच से चुनाव जीतकर संसद पहुंची थीं। बाद में पार्टी से किसी मुद्दे पर विवाद होने के चलते उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ने वाली सावित्री ने 2 मार्च, 2019 को कांग्रेस की सदस्यता ली थी।
लगभग चार वर्ष तक भाजपा सांसद रहीं सावित्री ने पांचवें साल में भाजपा पर चार वर्षो के दौरान बहुजन समाज के साथ न्याय न करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार में आरक्षण खत्म करने की कोशिश की जा रही है।